(अपडेट) खाटू नगरी में एकादशी के दिन उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

सीकर, 10 मार्च (हि.स.)। बाबा श्याम की खाटू नगरी में एकादशी के दिन सोमवार को श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। देशभर से श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शनों के लिए फाल्गुनी मेले में पहुंचे। रींगस से खाटूश्यामजी तक का 17 किलाेमीटर का पूरा मार्ग दिनभर यात्रियों से अटा रहा, जहां हाथ में निशान लेकर श्रद्धालु नाचते-गाते, दंडवत और पेट पलायन होते हुए बाबा के दरबार की तरफ बढ़ते रहे। जयपुर रोड पर भी रींगस और मंढा मोड पर दिनभर जाम के हालात रहे। खाटूश्यामजी पहुंचने के बाद भी श्रद्धालुओं को दर्शनों में घंटों का समय लगा। इस बीच, मुख्य मेले के तहत बाबा श्याम फाल्गुनी एकादशी पर 125 किलो चांदी से बने डेढ़ करोड़ रुपए के भव्य रथ में नगर भ्रमण पर निकले। रथयात्रा के दौरान भीड़ में रथ को छूने के लिए हाेड़ मची रही।

भीड़ को पुलिस ने धक्का-मुक्की कर हटाया। यात्रा प्राचीन श्याम कुंड से शुरू होकर, अस्पताल चौराहा और पुराना बस स्टैंड होते हुए मुख्य बाजार के कबूतर चौक पर समाप्त हुई।

यात्रा में हेलिकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए गए। भक्तों पर ठंडे पानी और इत्र की बौछार की गई।

खाटू नगरी में रविवार रात से ही मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ है। यहां सभी 14 लाइन फुल हैं और 75 फीट ग्राउंड पर हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए कतारबद्ध हैं। मुख्य मेले के दाैरान साेमवार काे जिगजैग लाइन में खड़े चार श्रद्धालु गर्मी से बेहोश होकर गिर पड़े। उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल भेजा

गया। दूसरी तरफ डीएसटी टीम ने 20 जेब कतरे, पांच मोबाइल चोर को पकड़ा। रथ यात्रा प्राचीन श्याम कुंड खाटू मंदिर से रवाना होकर पुराना बस स्टैंड, अस्पताल चौराहा होते हुए मेला मजिस्ट्रेट के पास पहुंची थी। इस दौरान मेला मजिस्ट्रेट के पास भक्तों की भीड़ उमड़ी। श्याम रथ को धक्का लगाने और बाबा के दर्शन करने के लिए रथ के पास आने लगे। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल किया। बाबा श्याम के चांदी के रथ को खींचने के लिए भक्तों में जोरदार उत्साह रहा।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पत्नी के साथ खाटू मंदिर दर्शन करने के लिए पहुंचे। मंदिर कमेटी के मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान और पूर्व अध्यक्ष प्रताप सिंह चौहान ने उन्हें पूजा-अर्चना करवाई। मुख्यमंत्री की पत्नी की खाटू श्याम के प्रति गहरी आस्था है। उन्होंने एकादशी का व्रत भी रखा है। पिछले साल भी उन्होंने एकादशी का व्रत रखा था और वह खाटू में दर्शन करने के लिए आई थी।

भक्त अलग-अलग रंगों के निशान के साथ खाटू पहुंचे। कोई दुपट्टा तो कोई श्याम का नाम लिखा कुर्ता पहनकर मेले में पहुंचा। ज्यादातर श्रद्धालु वाहनों से पैदल तो कई भक्त तो साइकिल से श्याम के दरबार में पहुंचे।

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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित

   

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