सरयू तट पर हुआ अंतरराष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव का आगाज

दो दिन तक रहेगी धूम, पहली बार नेपाल और श्रीलंका में भी हो रहा आयोजन

अयोध्या, 9 दिसंबर (हि.स.)। सरयू के तट पर सोमवार से अंतरराष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव का रंगारंग आगाज हो गया। श्रीराम की पैड़ी पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता ने किया। यह पहला मौका है कि भारत के पांच राज्यों समेत नेपाल और श्रीलंका में भी यह कॉन्क्लेव होने जा रहा है।

भव्य मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद से अयोध्या में अध्यात्म की लहर चल रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा रहती है कि अयोध्या में हर तरफ श्रीराम कथा व प्रभु का गुणगान होता रहे। इसके लिए वह पर्यटन व संस्कृति विभाग को समय-समय पर निर्देश भी देते रहते हैं। उसी कड़ी में एक बार फिर से दो दिवसीय रामायण कॉन्क्लेव का आयोजन शुरू हुआ है।

दो दिन तक होंगे विविध आयोजन

निदेशक, अ.रा.वै.शो.सं., अयोध्या संस्कृति विभाग के संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि रामायण कॉन्क्लेव पहली बार नेपाल और श्रीलंका में हो रहा है। भारत के छह राज्यों में 10 स्थान पर यह आयोजन प्रथम चरण में किए जा रहे हैं। इसमें से चार स्थान राम वन गमन पथ से जुड़े हैं। कॉन्क्लेव में विद्वतजनों के बौद्धिक प्रबोधन, चित्रकला शिविर, रामायण गान और प्रश्नोत्तरी समेत श्री राम के गुणों पर आधारित संगीतमय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। इसमें भारत के प्रख्यात कलाकारों की प्रस्तुतियां आकर्षण का केंद्र होगी।

चित्रकला शिविर से हुई शुरुआत

अंतरराष्ट्रीय रामायण कॉन्क्लेव में सोमवार को सुबह नौ से 11.30 बजे तक राज्य ललित कला अकादमी की ओर से चित्रकला शिविर लगाया गया। शाम को महापौर गिरिशपति त्रिपाठी ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद मुंबई के हेमंत बृजवासी ने भजन गायन से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। सहारनपुर की रंजना नेब की नृत्य नाटिका, अयोध्या की आराध्या गौतम का अवधी-लोकनृत्य के साथ धोबिया नृत्य खूब सराहा गया। 10 दिसंबर को सुबह 11 बजे से रामायण गान और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता होगी। शाम 4.30 बजे से मुंबई के अभिजीत घोषाल भजन गायन करेंगे। इसी कड़ी में रामार्चन काव्य संध्या व लोकनृत्य आयोजित होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय

   

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