सीकर रोड पर जलभराव की समस्या को दूर करेगा जेडीए

जयपुर, 26 अप्रैल (हि.स.)। सीकर रोड पर जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए जेडीए ने काम शुरू कर दिया है। इसके लिए जेडीए सहित अन्य प्रक्रियाएं लगभग पूरी कर ली है। आचार संहिता हटते ही जेडीए सीकर रोड पर खामियों को दूर करने के लिए नाला बनाने का काम शुरू कर देगा। पहले चरण के काम में जेडीए यहां पर करीब 34.50 करोड़ रुपए खर्च करेगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बारिश के दौरान सीकर रोड नदी के रुप में तब्दील हो जाती है। जलभराव के चलते वाहन पानी में तैरते नजर आते थे। वर्षो से चली आ रही इस समस्या को दूर करने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया गया। पानी की निकासी के लिए यहां पर बने नाले पर लोगों ने कब्जा कर लिया था और यह मिट्टी सहित अन्य कचरें से भरे पड़े थे। हालांकि जेडीए ने इस नाले को साफ कर अतिक्रमण हटा दिए, लेकिन अब यह नाला छोटा पड़ गया है। क्योंकि इस रोड पर कई कॉलोनियों और प्रमुख मार्गो का पानी आता है।

सीकर रोड पर जलभराव की समस्या करीब 15 वर्ष पुरानी है। जेडीए ने सर्वे में 300 से अधिक कॉलोनियों को शामिल किया है। जेडीए अधिकारियों की मानें तो करीब एक करोड़ वर्ग मीटर के क्षेत्रफल को शामिल किया है। इस समस्या को लेकर उपमुख्यमंत्री दियाकुमारी से लेकर कई अन्य विधायक यहां का दौरा कर चुके है। यह प्रोजेक्ट तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। इसमें नौ अलग-अलग प्रोजेक्ट होंगे। सीकर रोड के दोनों तरफ ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जाएगा। इसके जरिये बरसाती पानी को द्रव्यवती नदी में छोड़ा जाएगा। इसके लिए अम्बाबाड़ी रोड पर भूमिगत नाले का निर्माण किया जाएगा।

पानी निकासी पर रहेगा जोर

-पहले चरण में सीकर रोड विद्याधर नगर की तरफ बाइपास से खेतान अस्पताल तक 5.6 करोड़ रुपए की लागत से ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जाएगा। साथ ही खेतान अस्पताल से द्रव्यवती नदी तक 10.49 करोड़ रुपए से दूसरा ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जाएगा।

-सीकर रोड, मुरलीपुरा की तरफ बाइपास से खेतान अस्पताल तक 6 करोड़ रुपए ड्रेनेज सिस्टम को विकसित करने में खर्च होंगे। वहीं, सीकर रोड मुरलीपुरा की ओर भी एक ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण होगा। इस पर जेडीए 14.5 करोड़ रुपए खर्च करेगा।

-विश्वकर्मा औद्योगिक क्षेत्र (वीकेआई) से बड़खेड़ा तक 12.46 करोड़ रुपए से ड्रेनेज सिस्टम विकसित होगा। यह सेंट्रल स्पाइन, विद्याधर नगर होता हुआ जाएगा।

-खेतान अस्पताल के पीछे के क्षेत्र में 2.48 करोड़ रुपए की लागत से ड्रेनेज का निर्माण होगा।

-मुरलीपुरा क्षेत्र में 6.77 करोड़ रुपए की लागत से ड्रेनेज सिस्टम विकसित होगा। इसके अलावा अजमेर-दिल्ली बाइपास क्षेत्र में 10.81 करोड़ रुपए की लागत से भी ड्रेनेज सिस्टम बनाया जाएगा।

नुकसान भी बचेगा

-50 लाख रुपए सालाना खर्च होते हैं बरसात के बाद सड़क की मरम्मत व अन्य विकास कार्यों पर

-07 किमी क्षेत्र में कायाकल्प होने से 60 हजार से अधिक घर और दुकानों को मिलेगी राहत

इनका कहना है कि

सीकर रोड पर जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए एक कम्पनी से सर्वे करवाया गया है। इसके बाद इस पर काम शुरू किया जाएगा। टेंडर सहित अन्य प्रक्रियां लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन फिलहाल आचार संहिता के चलते काम शुरू नहीं हो पाएगा। आचार संहिता हटते ही सीकर रोड की जलभराव वाली समस्या पर काम शुरू कर दिया जाएगा। प्रथम चरण में इस काम पर करीब 34 करोड रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे।

संदीप गुप्ता,एक्सईएन, जोन-6

हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश मीणा/ईश्वर

   

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