प्रचण्ड को युद्ध अपराधी की संज्ञा देकर पद छोड़ने की मांग को लेकर आमरण अनशन

काठमांडू, 11 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल के इस्तीफे की मांग को लेकर डॉ. गोविंद केसी पशुपतिनाथ मंदिर क्षेत्र में आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। प्रधानमंत्री प्रचण्ड को युद्ध अपराधी बताते हुए उन्हें तत्काल पद से इस्तीफा देने की मांग करते हुए डॉ केसी ने आज से आमरण अनशन शुरू किया है। डॉ केसी का यह 22वां सत्याग्रह आमरण अनशन है।

केसी की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'सशस्त्र संघर्ष के दौरान मानवता विरोधी, जघन्य अपराधों और युद्ध अपराधों में शामिल एक प्रमुख नेता के रूप में अपनी स्थिति के कारण प्रचंड को प्रधानमंत्री पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।'

बयान में यह भी कहा गया है कि सरकार के तरफ से यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि संक्रमणकालीन न्याय की प्रक्रिया निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो और इस तरह से पूरी की जाए कि पीड़ितों को न्याय का एहसास हो। उन्होंने कहा है कि खुद युद्ध अपलाधी जब सत्ता का नेतृत्व कर रहा हो तो उससे न्याय की अपेक्षा नहीं की जा सकती है। सशस्त्र द्वंद्व काल के समय पीडित लाखों नेपाली जनता आज भी न्याय का इंतजार कर रही है और युद्ध अपराध करने वाले सत्ता में बैठ कर पीडित के साथ अन्याय कर रहे हैं।

अपने बयान में डॉ केसी ने लिखा है कि प्रधानमंत्री प्रचण्ड अपनी सत्ता बचाने के लिए विभिन्न हथकंडा अपना रहे हैं जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता आ गई है। उन्होंने कहा कि सरकार के संरक्षण में ही भ्रष्टाचार फल-फूल रहा है और जनता आम बुनियादी सुविधा के लिए भी तरस रही है। डॉ केसी ने कहा कि जनता की न्यूनतम आवश्यकता की भी सरकार को परवाह नहीं है लेकिन सरकार संस्थागत रूप से भ्रष्टाचार में लिप्त है। देश में करोडों अरबों रूपएके भ्रष्टाचार का दिन प्रतिदिन खुलासा होरहा है और सरकार उन भ्रष्टाचारियों का समर्थन ही नहीं कर ररी है बल्कि उनका संरक्षण भी कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ पंकज दास/प्रभात

   

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