चारधाम यात्रा : गंगोत्री राजमार्ग में जाम से जूझते श्रद्धालुओं के बाद तीर्थ पुरोहितों ने भी काटा हंगामा

गंगोत्री राजमार्ग में जाम से जूझते श्रद्धालुओं के बाद तीर्थ पुरोहितों ने भी  हंगामा काटा है।।गंगोत्री राजमार्ग में जाम से जूझते श्रद्धालुओं के बाद तीर्थ पुरोहितों ने भी  हंगामा काटा है।।गंगोत्री राजमार्ग में जाम से जूझते श्रद्धालुओं के बाद तीर्थ पुरोहितों ने भी  हंगामा काटा है।।गंगोत्री राजमार्ग में जाम से जूझते श्रद्धालुओं के बाद तीर्थ पुरोहितों ने भी  हंगामा काटा है।।

-क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से बिगड़े हालात, पुलिस का वन वे ट्रैफिक सिस्टम फेल

उत्तरकाशी, 14 मई (हि.स.)। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में यमुनोत्री धाम के बाद गंगोत्री धाम की यात्रा व्यवस्था भी बुरी तरह से चरमरा गई। ट्रैफिक जाम से श्रद्धालुओं के हालात में खराब हो गए हैं। जाम से जूझते श्रद्धालुओं को 22 घंटों तक गाड़ियों में बैठने को मजबूर होना पड़ा है। इससे परेशान श्रद्धालुओं ने जमकर हंगामा काटा है।

सोमवार के दिन तो धरासू, उत्तरकाशी, नैताला, भटवाड़ी, गंगनानी, डबरानी, सोन गाड़ ,सुक्की टॉप , झाला में लगे तकरीबन तक 60 किलोमीटर लम्बे जाम से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक कंट्रोल करने के लिए वन वे सिस्टम शुरू किया था। यात्रियों ने सोमवार सुबह से शाम तक मार्ग खुलने इंतजार करते रहे अंत में श्रद्धालुओं का सब्र का बांध टूट गया और वेआक्रोशित होकर सरकार पर बरस पड़े। उन्होंने उत्तराखंड सरकार हाय -हाय की नारेबाजी करते हुए जमकर हंगामा काटा है।

बीआरओ की कार्य प्रणाली पर उठ रहे सवाल? जगह-जगह सड़कों पर हैं गड्डे-

इधर मंगलवार सुबह गंगोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों ने धाम में छाये सन्नाटा से शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। गंगोत्री तीर्थ पुरोहित अशोक सेमवाल और राजेश सेमवाल ने बताया कि सोमवार दोपहर के बाद मंगलवार सुबह तक गंगोत्री धाम में सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां मंदिर की बात करें या घाटों या होटलों की तो पूरे गंगोत्री धाम में सन्नाटा पसरा हुआ है। उन्होंने कहा कि पुलिस के द्वारा जो भी इंतजाम किया जा रहा, वह पर्याप्त नहीं है। सीमा सड़क संगठन ने भी इस बार यात्रा सीजन के पूर्व कोई कार्य नहीं किया। केवल दिखावा के लिए राजमार्ग पर जगह-जगह पत्थर-मिट्टी का ढेर जाम का सबब बन रहा है।

गौरतलब है कि चारधाम यात्रा के चौथे और पांचवें दिन तो हालात बिगड़ते जा रहे हैं। यात्रा व्यवस्था पुलिस कन्ट्रोल से बाहर हो गई है। आलम यहां कि सोमवार को कुछ श्रद्धालुओं बिना दर्शन किए वापस लौट गये हैं। यमुनोत्री और गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम जगह-जगह देखने को मिला। जाम से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन का खूब पसीना छूटा। यमुनोत्री तीर्थ धाम में क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से व्यवस्था चरमरा गई है। गनीमत रहा कि यमुनोत्री पैदल मार्ग पर जिस प्रकार से भीड़ एक साथ रेलिंग पर खड़ी रहती यदि रेलिंग टूट जाती तो बहुत बड़ा हादसा हो जाता था। इधर गंगोत्री यात्रा मार्ग पर जाम के दौरान यात्रियों ने ओवर रेट का भी आरोप लगाया है।

वन वे ट्रैफिक सिस्टम से धीरे धीरे पास हो रही गाडियां: एसपी

चारधाम की बिगड़ते हालात पर पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि शुरुआत के दिनों यमुनोत्री धाम में क्षमता से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने से जाम की स्थिति बनी है। सोमवार दोपहर में ही यात्री वाहनों को सुरक्षित स्थानों पर रुकने को कहा गया। जाम की वजह से किसी को भी आगे नहीं जाने दिया गया। जो जहां था, उसे वहीं रोका है। ऐसा नहीं है कि ट्रैफिक रुका है, गेट सिस्टम से यात्री वाहन धीरे धीरे निकाले जा रहे हैं। गंगनानी, सोन गाड़ और सुक्की, झाला के बीच गेट सिस्टम लागू है। मंगलवार सुबह झाला से आगे ट्ौफिक क्लियर है गाड़ियों काे भेजा जा रहा है। पुलिस हर संभव रात दिन श्रद्धालुओं के सेवा के लिए खड़ी है।

हिंदुस्थान समाचार/चिरंजीव सेमवाल/रामानुज

   

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