नक्सलियों के नाम से पीडिया में हुए नरसंहार निंदनीय : कमलेश झाड़ी

बीजापुर, 14 मई (हि.स.)। सीपीआई के जिला सचिव कमलेश झाड़ी ने आज मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पीडिया मुठभेड़ पर सवाल खड़े करते हुए इसे फर्जी मुठभेड़ बताया है। उन्होंने कहा कि पीडिया में हुए नरसंहार की भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला कमेटी बीजापुर कड़ी निन्दा करती है और सरकार से जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग करती है।

कमलेश झाड़ी का कहना है कि जिस तरीक़े से पुलिस प्रशासन और मौजूदा भाजपा सरकार 12 नक्सलियों को मार गिराने और बारह बोर की 12बंदूके पाए जाने की बात कह रहे हैं, वहीं ग्रामीणों और प्रत्यक्ष दर्शियों की माने तो सारे मृतक आदिवासी ग्रामीण हैं जो तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे, उन्हे मारा गया जिसमें नाबालिग भी शामिल है। इसके अलावे जिस तरीक़े से सोशल मीडिया में खबरे प्रकशित हो रहि है वह भी अपने आप में पीडिया मुठभेड़ पर प्रश्न चिन्ह खड़े करते हैं।

सीपीआई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में सीपीआई के पूर्व विधायक मनीष कुंजाम ने कहा कि जो घटना पीडिया में घटी है वह बहुत ही दर्दनाक और निंदनीय, दिल दहलाने वाली घटना है। पीड़िया मुठभेड़ की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उन्होने कहा कि जिस तरीक़े से पुलिस प्रशासन और सरकार दावे कर रही है कि हमने 12 नक्सलियों को मार गिराया और सोशल मीडिया में खबरें आ रहे हैं की वह नक्सली नहीं थे, सभी ग्रामीण हैं, जो तेंदूपत्ता तोड़ रहे थे। उन्हे दौड़ा कर मारा गया है, जिसमें नाबालिक भी शामिल है। यह भी एक सवाल है और संदेहास्पद है, इसी की हकीकत जानने हम कल 15 मई को एक जांच टीम बनाकर पीडिया गांव पहुंचेंगे और पीड़ितों से मुलाकात करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे / गेवेन्द्र

   

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