सड़क दुर्घटना में चोटिल युवक की मैक्सीलोफेशियल सर्जरी

अजमेर, 16 मई(हि.स.)। बिना हेलमेट पहने तेज रफ्तार मोटरसाइकिल चलाते दुर्घटनाग्रस्त होने से चेहरे और जबड़े पर बुरी तरह चोट खाए 21 वर्ष के युवक राजेन्द्र गुर्जर की मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में मैक्सीलोफेशियल सर्जरी की गई। दुर्घटना में युवक के मुंह का ऊपर वाला जबड़ा, नाक की हड्डी व आंख एवं गाल की हड्डी टूट गई थी। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की सीनियर कान, नाक व गला रोग विशेषज्ञ डॉ रचना जैन ने युवक की आपात स्थिति में सर्जरी की। युवक को हॉस्पिटल से छुट्टी दी जा चुकी है। युवक को पूर्ण उपचार लाभ पाकर सामान्य अवस्था में लौटने में करीब डेढ़ से दो माह का समय लगेगा।

कान, नाक व गला रोग विशेषज्ञ डॉ रचना जैन ने बताया कि युवक जब उनके पास चोटिल अवस्था में लाया गया था तब हालत बहुत ही गंभीर थी। युवक का ऊपर वाला जबड़ा टूटा हुआ था। जबड़े की हड्डी मुंह के पीछे की तरफ खिसक गई थी। नाक, आंख व गाल की हड्डी टूटी हुई थीं। डॉक्टर ने बताया कि दुर्घटना में सम्भवतया मुंह के बल गिरने से इतनी गहरी चोट आई थी कि युवक ठीक से सांस नहीं ले पा रहा था। वह बोल भी नहीं पा रहा था और ना ही कुछ खा सकता था। इसी अवस्था में अधिक देर तक रहने पर उसकी जान का जोखिम था।

डॉ रचना जैन ने बताया कि परिवारजनों को विश्वास में लेकर युवक की सर्जरी प्लान की गई। युवक के जबड़े, आंख व गाल के फ्रैक्चर को ठीक करने के लिए मुंह के अंदर से प्लेट व स्क्रू लगाए गए। डॉ जैन ने बताया कि चूंकि सर्जरी मुंह के अंदर से ही की जानी होती है इसलिए इसमें बेहद सतर्कता की जरूरत होती है,सर्जरी के लिए वहां समुचित जगह ही नहीं मिलती है।

डॉक्टर ने बताया कि सर्जरी में चार से पांच घंटे का समय लगा। इसमें हॉस्पिटल के सीनियर एनेस्थीसियोलॉजिस्ट डॉ अनुराग नेल्सन, ओटी तकनीशियन मुकेश शर्मा, ओटी स्टाफ नर्स राहुल गोमा, प्रियंका व राहुल गुप्ता का सराहनीय योगदान रहा। डॉ जैन ने बताया कि रोगी को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई है। पूर्ण सामान्य अवस्था में पहुंचने में रोगी को डेढ़ से दो माह का वक्त लगेगा। रोगी का चेहरा भी पहले जैसा ही दिखाई देने लगेगा। उन्होंने कहा कि मित्तल हॉस्पिटल में आधुनिक चिकित्सा साधन, सुविधा और उपकरण होने के साथ दक्ष चिकित्सक व तकनीकी कर्मचारियों की टीम भावना जुड़ी होने से रोगी को त्वरित उपचार लाभ मिलता है।

रोगी के काका सुखदेव ने जानकारी दी कि रोगी नसीराबाद के निकट गांव दाता का रहने वाला है जो कि विगत दिनों मोटर साइकिल पर अपने दो अन्य साथियों के साथ शाम को अजमेर से नसीराबाद गांव लौट रहा था। आदर्श नगर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। युवक जब दुर्घटनाग्रस्त हुआ तब उसने हेलमेट नहीं लगा रखा था। संभव है उसकी गाड़ी की स्पीड भी अधिक रही होगी। यही वजह रही कि मोटरसाइकिल अनियंत्रित होकर फिसलने पर वह डिवाइडर से टकराया और उसके मुंह, जबड़े, गाल, नाक की हड्डी बुरी तरह चोटिल हो गई। काका सुखदेव ने कहा कि दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट लगा होता तो उसका भतीजा शायद इतना गंभीर घायल नहीं होता।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/ईश्वर

   

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