लोस चुनाव : मोहनलालगंज में अब तक बसपा का हाथी चिंघाड़ नहीं पाया

लखनऊ, 19 मई (हि.स.)। लखनऊ जिले की दूसरी संसदीय सीट मोहनलालगंज सुरक्षित सीट कभी किसी एक दल का गढ़ नहीं रही। इस सीट से कांग्रेस पांच बार, भाजपा चार बार, सपा तीन बार ओर जनता दल व भारतीय लोकदल 1-1 बार जीत का परचम फहरा चुके हैं। अनूसचित जाति के लिए आरक्षित सीट होने के बावजूद इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी का अब तक खाता नहीं खुला। बता दें, बसपा इस सीट पर अब तक नौ चुनाव लड़ चुकी है, जिसमें दो बार उसकी जमानत जब्त हुई है।

1989 में बसपा ने मोहनलालगंज में लड़ा पहला चुनाव

अपनी स्थापना के पांच वर्ष बाद नौवीं लोकसभा के लिए 1989 में हुए आम चुनाव में बसपा ने पहली बार अपना प्रत्याशी मोहनलालगंज सीट में उतारा। ये चुनाव जनता दल के सरजू प्रसाद सरोज ने जीता। कांग्रेस दूसरे और बसपा तीसरे स्थान पर रही। भाजपा ने ये चुनाव लड़ा नहीं था। जनता दल के प्रत्याशी सरजू प्रसाद को 162689 (42.16 प्रतिशत) मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी जगन्नाथ प्रसाद को 144513 (37.45 प्रतिशत) और बसपा के बालकृष्ण वर्मा को 33802 (8.76 प्रतिशत) वोट प्राप्त हुए। बसपा प्रत्याशी की अपनी जमानत जब्त बचाने में विफल रहा।

1991 में पांचवें नंबर पर रही बसपा

10वीं लोकसभा के 1991 में हुए चुनाव में बसपा ने बाल कृष्ण वर्मा का मैदान में उतारा। बालकृष्ण वर्मा पांचवें स्थान पर रहे। ये चुनाव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के छोटे लाल ने 27.50 फीसदी वोट शेयर के साथ जीता। जनता पार्टी के दिनेश कुमार का वोट शेयर 24.82 फीसदी, कांग्रेस का 21.89 फीसदी, जनता दल के सरजू प्रसाद को 10.61 फीसदी और बसपा के बालकृष्ण वर्मा को 10.46 फीसदी वोट मिले। बसपा प्रत्याशी की जमानत जब्त हुई। इस चुनाव मे कुल 3 लाख 80 हजार वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

बाकी चुनाव का हाल

1996 के आम चुनाव में भाजपा की पूर्णिमा वर्मा 35.43 फीसदी वोट शेयर के साथ कुर्सी पर काबिज हुई। सपा दूसरे और बसपा तीसरे स्थान पर रही। बसपा के जगदीश चन्द्र को 27.09 फीसदी वोट मिले। इस चुनाव में 4 लाख 64 हजार 493 मतदाताओं ने वोट के अधिकार का प्रयोग किया।

1998 में बसपा प्रत्याशी सालीग्राम रावत 20.42 फीसदी वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। ये चुनाव सपा की रीना चौधरी ने जीता। रीना का वोट शेयर 34.20 फीसदी था।

13वीं लोकसभा के 1999 में हुए चुनाव में बसपा यहां तीसरे स्थान पर रही। बसपा के सुरेश बहादुर को 22.89 फीसदी वोट मिले। ये चुनाव सपा की रीना चौधरी ने 29.93 फीसदी वोट शेयर के साथ जीता। भाजपा की पूर्णिमा वर्मा 24.11 फीसदी वोट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर रही।

14वीं लोकसभा के साल 2004 में हुए आम चुनाव में बसपा प्रत्याशी राधे लाल ने कांटे की टक्कर तो दी लेकिन जीत का स्वाद चखने से चूक गए। दूसरे स्थान पर रहे राधे लाल को 146,010 (25.53 प्रतिशत) वोट मिले। भाजपा के जय प्रकाश ने 148,578 (25.98 प्रतिशत) वोट पाकर जीत हासिल की।

2009 जय प्रकाश भाजपा की बजाय बसपा की टिकट पर मैदान में उतरे, लेकिन जीत उनसे दूस रही। सपा प्रत्याशी सुशीला सरोज ने जयप्रकाश को करीब 76 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया। बसपा प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहा।

पिछले दो चुनाव का हाल

2014 में भी बसपा ने अपना दूसरा स्थान कायम रखा। ये चुनाव भाजपा के कौशल किशोर ने करीब डेढ़ लाख मतों के अंतर से जीता। सपा तीसरे और कांग्रेस चौथे स्थान पर रहे। कौशल को 40.77 फीसदी वोट मिले। वहीं बसपा प्रत्याशी आर0के चौधरी को 27.75 फीसदी वोट शेयर से संतोष करना पड़ा। इस चुनाव में 11 लाख 16 हजार 588 वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

2019 में सपा-बसपा गठबंधन था। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही थी कि बसपा प्रत्याशी इस बार यहां जीत का खाता खोलेगा। लेकिन भाजपा के कौशल किशोर ने बसपा के हाथी को चिंघाडने का मौका ही नहीं दिया। और 1 लाख से ज्यादा मतों कें अंतर से बसपा को शिकस्त दी। कौशल किशोर को 629,999 (49.58 प्रतिशत) वोट मिले। वहीं सपा-बसपा के संयुक्त प्रत्याशी के खाते में 539,795 (42.48 प्रतिशत) वोट आए।

2024 का चुनाव

मोहनलालगंज सुरक्षित लोकसभा सीट से 2024 के चुनाव में कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। भाजपा से कौशल किशोर, बसपा से राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान और सपा आर0के0 चौधरी मैदान में हैं। चार निर्दलीय भी मैदान में हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. आशीष वशिष्ठ

   

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