इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर 11वीं की छात्रा से गैंगरेप मामले में एसआईटी गठित

अजमेर, 3 जून(हि.स.)। इंस्टाग्राम पर दोस्ती कर 11वीं की छात्रा से गैंगरेप मामले में अजमेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक लता मनोज कुमार ने एसआईटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। इससे पहले अजमेर भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई में विभिन्न हिन्दुवादी सामाजिक संगठनों और वकीलों ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर मामले में एसआईटी गठित कर जांच किए जाने और आरोपितों को हर हाल में सजा दिलाने की मांग की थी।

अजमेर भाजपा के शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी के नेतृत्व में अनेक कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी किया। इस मामले में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और विधायक अनिता भदेल ने तो एक दिन पहले ही अपना रोष व्यक्त करते हुए आरोपितों को सख्त से सख्त सजा दिलाने यहां तक कि आरोपितों के घरों पर बुलडोजर चलाए जाने की बात कर दी थी।

पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र विश्नोई ने ही मामले का खुलासा करते हुए बताया कि क्रिश्चियनगंज थाना पुलिस की शुरुआती जांच बता रही है कि यह पूरा गिरोह हो सकता है,जो स्कूल, कॉलेज और कोचिंग छात्राओं को फंसाकर उनके अश्लील चित्रों के माध्यम से उन्हें ब्लैकमेल करता हो। क्योंकि इसकी शुरुआत भी एक छात्रा ने अपनी सहेली को आरोपी की इंस्टाग्राम आईडी देकर की थी। पुलिस ने आरोपी रातीडांग निवासी 19 साल के इरफान और उसके फोटोग्राफर दोस्त 23 साल के अरबाज को गिरफ्तार भी कर लिया है। दोनों आरोपी पोर्न फिल्म देखने और नशे के आदी बताए जा रहे हैं। अजमेर के विवादित सैवन वंडर्स स्मारक के आसपास स्थित कुछ स्ट्रीट रेस्टोरेंट में इन आरोपियों का स्कूली छात्राओ़ं के साथ आना जाना भी था। आरोपित अरबाज ने ही पुलिस को बताया कि सेवेन वंडर्स पार्क के बाहर फोटोग्राफी के दौरान दूसरे शहरों के लोगों के अलावा अजमेर की स्कूली छात्राएं और अन्य लड़कियां घूमने आती हैं। अधिकांश लोग यादगार के लिए उनसे फोटो क्लिक कराते हैं। अरबाज फोटो भेजने के बहाने लड़कियों के मोबाइल नंबर ले लेता था। बाद में लड़कियों से दोस्ती बढ़ाकर उनके सोशल मीडिया पासवर्ड ले लेता थाऔर फिर उनकी फोटो को न्यूड कर ब्लैकमेल करने लगता था। आरोप है कि वह गैंग के अन्य सदस्यों को भी लड़कियों के नंबर भेज कर उन्हें ब्लैकमेल करवाता है।

मामले का खुलासा एक पीड़िता के पिता द्वारा इरफान और अरबाज सहित 6 लोगों के खिलाफ नाबालिग बेटी को ब्लैकमेल करने और गैंग रेप करने की शिकायत लेकर क्रिश्चियनगंज पुलिस थाने पहुंचने से हुआ। पुलिस ने 30 मई 2024 को मामला दर्ज किया है। पुलिस को आरोपियों के मोबाइल की जांच में काफी डाटा गायब मिला है। जिसे रिकवर करने के बाद यह पता लग सकेगा की अन्य कितनी छात्राओं को ब्लैकमेल किया जा रहा था और गिरोह में कितने लोग है।

गौरतलब है कि यह अजब इत्तेफाक है कि 32 साल पहले अजमेर में ऐसा ही एक ब्लैक मेल कांड हुआ था। जिसकी पुलिस ने एफआईआर 30 मई 92 को ही मजबूरन दर्ज की थी। पुलिस पर मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत के द्वारा अगले ही दिन यानी 31 मई को जांच सीआईडीसीबी को सौंपे जाने का दबाव था। अजमेर पुलिस मामला संज्ञान में आने के बाद भी अपराधिओं को बचाने और उन्हें सबूत मिटाने के लिए पर्याप्त समय मुहैया कराने में लगी हुई थी। इसके पीछे एक कारण यह भी था कि पुलिस के ही अधिकारियों ने सरकार तक यह संदेश दिया था कि मामले में अजमेर के अच्छे घरों की हिन्दू लड़कियों व कांग्रेस के अनेक नेताओं सहित प्रशासनिक अधिकारियों के नाम भी ब्लैकमेल कांड में संलिप्त होने के रूप में सामने आ सकते हैं। मामले में आरोपित मुस्लिम युवकों का अजमेर के ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह के खादिम परिवारों से होने को लेकर इससे अजमेर की छवि पर काला दाग लगने की आशंका जताई जा रही थी। यहां तक कि पीड़िताओं के सामने नहीं आने का बहाना बनाया जा रहा था। राजस्थान की भाजपा सरकार को भ्रमित किया गया कि मामला उजागर होने से साम्प्रदायिक तनाव होने की स्थिति में उलझन पड़ सकती है। इस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी।

तब यह भी एक बात थी कि प्रारम्भ में सामाजिक और राजनीतिक संगठन मामले में दोषियों को सजा दिलाने के लिए खुलकर सामने नहीं आ रहे थे। अजमेर के दैनिक नवज्योति समाचार पत्र के पत्रकार सन्तोष कुमार गुप्ता द्वारा मामला सचित्र उजागर करने के बाद राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के लिए पुलिस व सरकार पर दवाब बनाया। इस बार यह सकारात्मक बात है कि शहर की पुलिस और राजनीतिक व सामाजिक संगठन मामला सामने आते ही सक्रिय हो गए हैं। इस कारण कम से कम और छात्राएं तो ब्लैकमेलिंग का शिकार होने से बचेंगी। 1992 का ब्लैकमेल कांड कई महीनों तक लोगों की जुबान पर चर्चा पर था।

अजमेर में नहीं होने दी जाएगी ब्लैकमेल कांड की पुनरावृत्ति- देवनानी

अजमेर में नाबालिग स्कूली छात्रा से गैंगरेप, ब्लैकमेल और अन्य अपराधों को विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने गंभीरता से लिया है। उन्होंने अजमेर पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस के आला अफसरों से इस संबंध में बात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा “दोषियों को सख्त सजा दिलवाई जाएगी।” जरूरत पड़ी तो दोषियों की सम्पत्ति पर बुलडोजर चलाने से नहीं करेगें परहेज।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/ईश्वर

   

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