चंडीगढ़, 4 जून (हि.स.)। सिरसा लोकसभा सीट से हार का सामना करने वाले भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अशोक तंवर के सियासी भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है। अशोक तंवर कांग्रेस छोड़ने के बाद तृणमूल कांग्रेस व आम आदमी पार्टी में रहने के बाद भाजपा में शामिल हुए थे। अशोक तंवर पूरे चुनाव प्रचार के दौरान दलबदल के मुद्दे पर घिरे रहे।
इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी उनका जमकर विरोध हुआ। जिसके चलते इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। कुमारी सैलजा करीब ढाई दशक बाद फिर से सिरसा लोकसभा क्षेत्र से लोकसभा में पहुंची हैं। अशोक तंवर को यहां पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल तथा उनकी टीम का साथ नहीं मिला। इसके अलावा अशोक तंवर का चुनाव प्रबंधन भी यहां फेल रहा है।
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