हिमाचल में आधी आबादी ने खुलकर किया भाजपा को वोट, चला मोदी फैक्टर

शिमला, 05 जून (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राजनीतिक दल व प्रत्याशी अपनी हार-जीत का आंकड़ों से मिलान करने में जुटे हैं। प्रदेश में इस बार फिर भाजपा की आंधी चली और भाजपा ने चारों सीटें जीतकर लगातार तीसरी बार क्लीन स्वीप किया। कांगड़ा में भाजपा की जीत का मार्जन सबसे ज्यादा रहा, जबकि मंडी में मार्जन कम रहा। खास बात यह है कि प्रदेश में कांग्रेस के सतारूढ़ होने के बावजूद किसी भी सीट पर कांग्रेस टक्कर नहीं दे पाई और भाजपा को चारों सीटों पर आसानी से जीत मिली।

भाजपा के क्लीन स्विप में जहां मोदी फैक्टर चला वहीं महिलाओं का भी खास योगदान रहा है।

दरअसल राज्य की चार में से तीन सीटों पर महिलाओं ने पुरूषों से ज्यादा वोट किए और इनके वोट निर्णायक साबित हुए। कांगड़ा, मंडी और हमीरपुर लोकसभा सीटों पर महिलाओं की मत प्रतिशतता पुरूषों से अधिक रही। वहीं शिमला सीट पर महिला की मत प्रतिशतता में पुरूषों से हल्की गिरावट दर्ज की गई। हिमाचल में भाजपा के खाते में 54 फीसदी वोट पड़े, जबकि कांग्रेस का मत प्रतिशत 44 फीसदी रहा। हालांकि पिछले आम चुनाव की तुलना में भाजपा के वोट शेयर में लगभग 15 फीसदी की गिरावट आई। राज्य के जिन विधानसभा हल्कों में मतदान करने में महिलाएं आगे रहीं, उनमें भाजपा प्रत्याशियों को लीड मिली। भाजपा ने मंडी सीट से कंगना रनौत को उतारकर आधी आबादी को खुश करने का प्रयास किया। दूसरी तरफ कांग्रेस एक भी सीट पर महिला प्रत्याशी नहीं उतार पाई। राज्य में सबसे ज्यादा मतदान भी मंडी संसदीय क्षेत्र में हुआ।

भाजपा प्रत्याशियों की बजाय मोदी के चेहरे पर पड़े वोट

हिमाचल में भाजपा की जीत में मोदी फैक्टर का अहम रोल रहा। हर सीट पर मोदी के नाम पर वोट पड़े। मतदाताओं ने भाजपा प्रत्याशियों की बजाय मोदी के चेहरे को आगे रखकर वोट किया। कांग्रेस को शिमला लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप को हल्के में लेना मंहगा पड़ गया। सुरेश कश्यप को लेकर इस प्रचार ने जोर पकड़ा कि वो बतौर पांच साल तक जनता के बीच नहीं गए। कांग्रेस ने चुनाव में इसे बड़ा मुद्दा बनाया। इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के सबसे ज्यादा पांच मंत्री हैं। इस लिहाज से कांग्रेस इस सीट को सुरक्षित मान रही थी। लेकिन यहां लोगों ने भाजपा प्रत्याशी की बजाय पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे को त्वज्जो दी और भाजपा के पक्ष में खुलकर वोट किया। इसका नतीजा यह हुआ कि कांग्रेस के पांचों मंत्रियों के हल्के से भी भाजपा बढ़त ले गई और भाजपा प्रत्याशी को 91 हजार मतों से विजय मिली।

कांगड़ा व मंडी लोकसभा सीटों पर भी यही हाल रहा और मतदाताओं ने मोदी के नाम पर जमकर वोट किए। कांगड़ा में भाजपा की जीत का मार्जन अढ़ाई लाख और मंडी में 74 हजार रहा। हमीरपुर लोकसभा सीट पर अनुराग ठाकुर को भी मोदी का सहारा मिला और उनकी जीत का आंकड़ा 1.82 लाख रहा।

चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के 68 विधानसभा हल्कों में से 61 में भाजपा को बढ़त मिली।

हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील

   

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