दिल्ली से छीने व चोरी किए गए मोबाइल को बेचते थे नेपाल, चार गिरफ्तार

नई दिल्ली, 10 जून (हि.स.)। दिल्ली के सदर बाजार, देशबंधु गुप्ता रोड, चाणक्यपुरी, सब्जी मंडी, आनंद पर्वत, नबी करीम, बाराखंबा रोड आदि थाना इलाकों से छीने गए/चुराए गए मोबाइल को बॉर्डर पार करके नेपाल में बेचने वाले एक गैंग का खुलासा मध्य जिला पुलिस ने किया है। इस मामले में पति पत्नी सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार करके 226 महंगे मोबाइल बरामद किए हैं। इसके अलावा 230 मोबाइल के सामान, एक पिस्टल और सात जिंदा कारतूस भी पुलिस ने इनसे बरामद किया है। ये लोग वारदात में जिस कार का इस्तेमाल करते थे, पुलिस ने उसे भी जब्त किया है।

मध्य जिले के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी से स्पेशल स्टाफ की पुलिस टीम ने चाणक्यपुरी, सदर बाजार, सब्जी मंडी, आनंद पर्वत, दिल्ली कैंट आदि थानों के कई मामलों का खुलासा किया है। इसके अलावा 21 मोबाइल जो अलग-अलग इलाकों से चुराया गया था, उसका भी पता लगाया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान अर्जुन उर्फ प्रेम, रुखसार, हिमांशु उर्फ मोटा और जगन्नाथ कुमार के रूप में हुई है। ये सभी दिल्ली के लक्ष्मण पुरी, पहाड़गंज और बिहार के मधुबनी के रहने वाले हैं। इनमें से अर्जुन और रुखसार पति-पत्नी हैं। गिरफ्तार पति-पत्नी दिल्ली से मोबाइल को मधुबनी के रास्ते बिहार लेकर पहुंचते थे। फिर मधुबनी से बॉर्डर पार करके नेपाल पहुंचा देते थे।

जांच में पता चला है कि अर्जुन पहले से 14 मामलों में शामिल रहा है। यह दिल्ली पुलिस का घोषित बदमाश (बीसी) भी है। इसके खिलाफ नबी करीम थाने में कई मामले चल रहे हैं।

स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर रोहित कुमार की देखरेख में एसआई ओमवीर त्यागी की टीम ने इस पूरे गैंग का खुलासा किया है। पुलिस टीम को एक गुप्त सूचना मिली थी कि कमला मार्केट इलाके में एक गाड़ी में काफी मात्रा में चुराए गए और स्नैचिंग के मोबाइल और उसके पार्ट्स को भरकर ले जाया जा रहा है। यहां से फिर बस या ट्रेन के रास्ते बिहार भेजा जाएगा। सूचना को पुख्ताकर पुलिस टीम ने जांच शुरू की और अजमेरी गेट के पास ट्रैप लगाकर एक गाड़ी को रोका। गाड़ी में अर्जुन और उसकी पत्नी रुखसार पकड़ लिये गए और हथियार बरामद किया गया। कार से चोरी के मोबाइल बरामद किए गए, जो कार्टून में भरकर रखे गए थे। उनसे जब पूछताछ की गई तो फिर और दो आरोपितों के बारे में पता चला। यह गैंग चार हजार हजार से पांच हजार में यहां से मोबाइल को खरीदते थे और नेपाल में 10 से 15 हजार रुपये में बेचते थे।

हिन्दुस्थान समाचार/ अश्वनी/दधिबल

   

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