वाराणसी : पुलिस अभिरक्षा से फरार इनामी अपराधी गिरफ्तार

वाराणसी,11 जून (हि.स.)। स्पेशल टास्क फोर्स की वाराणसी इकाई ने पुलिस अभिरक्षा से फरार हत्या की घटना में आजीवन कारावास के दोषी 25 हजार के इनामी सुरेश मिश्रा उर्फ लाल बहादुर को कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर नौ से दबोच लिया।

मंगलवार को एसटीएफ के स्थानीय अफसरों ने बताया कि जनपद बस्ती के महराजगंज मिसिर गंज, थाना हरैया निवासी सुरेश मिश्रा पुत्र रामकरन मिश्र का अपने पट्टीदार रामाशीष मिश्रा से जमीन सम्बन्धी विवाद चल रहा था। 12 फरवरी 2001 को बांस काटने को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया। इसी दौरान रामाशीष के पक्ष से आये विनोद मिश्रा पुत्र गजराज मिश्रा की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में सुरेश मिश्रा व उसके भाई रामसागर मिश्रा के विरूद्ध हरैया थाने में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। जिसमें स्थानीय पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

हत्याकाण्ड में न्यायालय ने सुरेश मिश्रा को आजीवन कारावास एवं 20 हजार रूपये के अर्थदण्ड से दण्डित किया था। सुरेश को केन्द्रीय कारागार शिवपुर वाराणसी में निरूद्ध किया गया था। वर्ष 2008 में इसे पीलिया रोग हो गया, जिसके इलाज के लिए जेल सुरक्षा कर्मियों की अभिरक्षा में राजकीय मण्डलीय चिकित्सालय कबीरचौरा में उसे भर्ती कराया गया। 09 अक्टूबर 2008 को सुरेश अस्पताल से फरार हो गया था। इस सम्बन्ध में वाराणसी के थाना कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत हुआ था। सुरेश फरार होने के बाद दिल्ली जाकर लाल बहादुर राम के नाम से रहने लगा। वहीं पर राजगीर का काम करने लगा। फरार होने के उपरान्त अपना नाम-पता बदल-बदल कर भिन्न-भिन्न स्थानों पर रहने लगा। पुलिस के काफी प्रयास के उपरान्त भी हत्यारोपी सुरेश मिश्रा का कोई पता नहीं चल पा रहा था।

सुरेश की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रूपये का इनाम भी घोषित था। एसटीएफ की टीम सुरेश की गिरफ्तारी के लिए अभिसूचना संकलन की कार्यवाही में जुटी थी। सुरेश मंगलवार को दिल्ली से वाराणसी निजी काम से आया था। सटीक सूचना पर एसटीएफ टीम ने सुरेश को गिरफ्तार कर लिया। इसके पास से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ। सुरेश मिश्रा को कोतवाली थाने में दाखिल कर उसके खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाही स्थानीय पुलिस कर रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/राजेश

   

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