ओडिशा डाक भर्ती में कथित प्रमाण पत्र फर्जीवाड़े मामले की सीबीआई ने शुरू की जांच

नई दिल्ली, 13 जून (हि.स.)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ओडिशा डाक भर्ती में कथित प्रमाण पत्र फर्जीवाड़े मामले में उड़ीसा के 9 जिलाें में छापेमारी करने के साथ 67 स्थानों की तलाशी ली। इस कड़ी में सीबीआई ने 9 मई को डाक सेवक परीक्षा के 63 अभ्यर्थियों पर मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने यह जानकारी आज गुरूवार (14 जून) को साझा किया।

सीबीआई के मुताबिक प्रमाण पत्र फर्जीवाड़े मामले में उड़ीसा के कालाहांडी, नुआपाड़ा, रायागड़ा, नबरंगपुर, कंदमाल, केंदुझार, मयुरभंज, बालासोर और भद्रक में छापेमारी की गई। इस छापेमारी अभियान में सीबीआई के 122 अधिकारियों के अलावा अन्य विभागों के 82 कर्मचारी शामिल रहे।

शिकायत के मुताबिक 27 जनवरी 2023 को उड़ीसा में ग्रामीण डाक सेवक के 1382 पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। आवेदकों को दसवीं पास योग्यता के साथ क्षेत्रीय भाषाओं का ज्ञान जरूरी बताया गया था। नियम के मुताबिक आवेदकों को अपने प्रमाण पत्र का वेरिफिकेशन करा आनलाइन लोड किया जाना था।

सीबीआई के मुताबकि जांच के दौरान विभिन्न 63 आवेदकों के प्रमाण पत्र फर्जी निकले। ये प्रमाण पत्र पश्चिम बंगाल बोर्ड कोलकात्ता, झारखंड एकेडमिक कौंसिल , रांची द्वारा जारी किए गए थे। सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि भूवनेश्वर डाक सेवा के निदेशक के शिकायत मिलने के बाद जांच शुरू हुई है। शिकायतकर्ताओं द्वारा की गई शिकायत में एक अंतरराज्यीय गिरोह संभावना जताई जा रही है। जो फर्जी प्रमाण पत्र की आपूर्ति कर रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ बिरंचि सिंह/अनूप

   

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