बाढ़ नियंत्रण उपायों पर हुई चर्चा, विभागों और अन्य एजेंसियों के बीच समन्वय का किया आह्वान

कठुआ 13 जून (हि.स.)। उपायुक्त कठुआ डॉ. राकेश मिन्हास ने गुरूवार को जिले में बाढ़ विरोधी उपायों की समीक्षा के लिए एक बैठक बुलाई। बैठक में एक्सईएन बाढ़ नियंत्रण, इंस्पेक्टर एसडीआरएफ और हितधारक विभागों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

बैठक में तैयारी सह बचाव योजना पर चर्चा की गई जिसमें डीसी ने बहुमूल्य जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए विभागों और अन्य एजेंसियों के बीच समन्वय का आह्वान किया। योजना के तहत स्थिति पर नजर रखने और समय पर समन्वित कार्रवाई के लिए डीसी कार्यालय परिसर में एक केंद्रीकृत नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाएगा। निर्देशों और सलाह का समय पर संचार सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग को छह बाढ़ संभावित क्षेत्रों पंजतीरथी-बिलावर, जखोल, राष्ट्रीय राजमार्ग राजबाग ब्रिज के पास बाढ़ नियंत्रण गेज रीडर हट, मुकंदपुर, कोटपुन्नु और कीरियन गंडयाल में वायरलेस सेट का प्रावधान रखने के लिए कहा गया।

डीसी ने संवेदनशील बाढ़ संभावित क्षेत्रों की सूची, संबंधित बुनियादी ढांचे के स्थान जैसे डोजर, सैंडबैग, नाव, गोताखोर, तैराक, वाहन, डीवाटरिंग पंप के अलावा संबंधित विभाग और एजेंसियों के प्रभारी के टेलीफोन नंबर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने आवश्यकता पड़ने पर समय पर बचाव और पुनर्वास सुनिश्चित करने के लिए विभागों के बीच घनिष्ठ समन्वय का भी आह्वान किया। उन्होंने बाढ़ संभावित क्षेत्रों की उचित मैपिंग करने और रिकॉर्ड बनाने का निर्देश दिया ताकि आपात स्थिति के दौरान बचाव टीमों द्वारा स्थान का पता आसानी से लगाया जा सके। डीसी ने बाढ़ नियंत्रण विभाग को यूबीडीसी अधिकारियों द्वारा रावी नदी के अधिशेष निर्वहन की जानकारी के शीघ्र प्रसार के अलावा प्रमुख नालों और सहायक नदियों के जल स्तर के नियमित अद्यतनीकरण के लिए एक सोशल मीडिया समूह बनाने का भी आह्वान किया। बारिश के दौरान पानी की किसी भी रुकावट से बचने के लिए नगर पालिकाओं को शहर में सभी नालों की पहले से ही निकासी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/सचिन//बलवान

   

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