फरीदाबाद: फिरौती के लिए पड़ोसी बच्चे का अपहरण कर की हत्या

फरीदाबाद, 15 जून (हि.स.)। फरीदाबाद में फिरौती के लिए बच्चे की हत्या कर दी गई। कर्ज में डूबे केमिस्ट ने बच्चे का अपहरण किया। इसके बाद उसे बेहोश करने के लिए नशीला इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन में ओवर डोज़ की मात्रा अधिक होने के चलते बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद घबराए केमिस्ट ने उसके शव को खुर्दबुर्द करने के लिए फतेहपुर से होकर गुजर रही आगरा नहर में फेंक दिया, लेकिन शव झाडिय़ों में अटक गया। इसके बाद आरोपी परिजनों के साथ बच्चे की तलाश में जुट गया, लेकिन परिजनों ने शक होने पर उसे पकडक़र पुलिस के हवाले कर दिया। केमिस्ट की निशानदेही पर बच्चे के शव को शनिवार को आगरा कैनाल से बरामद किया गया।

पुलिस शव के पोस्टमॉर्टम व अन्य कार्रवाई में लगी है। जानकारी के अनुसार बल्लभगढ़ स्थित सेक्टर 62 आशियाना फ्लैट में उमेश चंद की परचून की दुकान है। 13 जून को शाम सात बजे के करीब उसका बेटा 13 वर्षीय कुश अपनी दुकान से पड़ोस की दुकान पर बर्फ लेने के लिए साइकिल लेकर निकला था।

बच्चा जब बर्फ लेकर नहीं आया तो उसकी मां प्रियंका ने उसे खोजना शुरू किया, लेकिन कुश का कहीं कुछ पता नहीं चला। पड़ोस में दवा की दुकान चलाने वाला विशाल बच्चे की तलाश में परिवार के साथ था। काफी तलाश के बाद बच्चे की साइकिल विशाल के घर की छत पर मिली। इसके बाद सीसीटीवी के आधार पर बच्चे के माता-पिता व अन्य पड़ोसियों ने विशाल पर बच्चे के अपहरण का शक जताया और विशाल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।

बच्चे के माता-पिता के मुताबिक उन्होंने विशाल सहित कुल तीन लोगों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था, जिनमें से पुलिस ने अन्य को छोड़ दिया। पुलिस ने केमिस्ट विशाल से पूछताछ की तो उसने बच्चे की हत्या का राज खोल दिया। उसने बताया कि बच्चे को बेहोश करने के लिए नशे का इंजेक्शन दिया था, लेकिन डोज ज्यादा होने से उसकी मौत हो गई।

शव को इसके बाद नहर में फेंक दिया और वह बच्चे के परिजनों के साथ मिलकर उसकी तलाश करने का ड्रामा करने लगा। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर बच्चे के शव को बरामद कर लिया है। शव आगे बहने की बजाय वहीं पर झाडिय़ों में फंस गया था। बच्चे कि पिता उमेश चंद के मुताबिक बेटे की हत्या करने वाला उनका पड़ोसी विशाल कर्ज में डूबा हुआ है। इस कर्ज को उतारने की नीयत से उसने बच्चे का फिरौती मांगने के लिए अपहरण किया था।

बच्चा आठवीं कक्षा में पढता था। उमेश चंद ने बताया कि पुलिस ने केस में लापरवाही बरती है। उन्होंने महज 6 घंटे में ही आरोपी विशाल को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था, लेकिन पुलिस आरोपी से बच्चे के बारे में समय रहते पता नहीं कर पाई। इसके चलते उनके बच्चे की जान चली गई।

थाना आदर्श नगर के एसएचओ कृष्ण का कहना है कि बच्चे के परिजनों के बयान पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। विशाल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। ताकि रिमांड के दौरान पूछताछ में अन्य आरोपियों का भी खुलासा हो सके।

हिन्दुस्थान समाचार/मनोज

   

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