महादलित मुखिया की हत्या में रोजगार सेवक सहित दो गिरफ्तार, सुपर मुखिया था रोजगार सेवक

नवादा, 17 जून(हि .स.) । नवादा जिले के पकरीबरावां प्रखंड क्षेत्र के बुधौली पंचायत की मुखिया पप्पू मांझी की हत्या मामले में सुपर मुखिया अमरेंद्र यादव सहित दो लोगों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार अमरेंद्र इसी जिले के रोह प्रखंड में पंचायत रोजगार सेवक के पद पर कार्यरत है। इसे बुधौली पंचायत का सुपर मुखिया कहा जाता था। वजह, पप्पू मांझी को उसी ने अपने समर्थन से मुखिया बनवाया था। अमरेंद्र के अलावा गिरफ्तार दूसरा शख्स मनीष सिंह इसी पंचायत के दिऔरा गांव का निवासी बताया गया है, जो मुखिया का चहेता बताया जा रहा है। दोनों को जेल भेज दिया गया है। हालांकि, पुलिस का आधिकारिक पक्ष अबतक नहीं आया है।

अबतक की यही जानकारी है कि मुखिया के ग्रामीण अमरेंद्र और इसी पंचायत के दिऔरा ग्रामीण मनीष सिंह की गिरफ्तारी हुई है। घटना के बाद मुखिया की पत्नी द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में पंचायत की उप मुखिया छोटू पांडेय और मनीष सिंह को आरोपित किया गया था। उप मुखिया का नाम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी होने और मनीष का नाम मुखिया और उसके बीच बातचीत का अंतिम कॉल होना वजह बताया जा रहा है।

ग्रामीण सूत्र बता रहे हैं कि यह सच है कि अमरेंद्र ने ही पप्पू को मुखिया बनवाया था लेकिन इन दिनों मुखिया पप्पू मांझी मनीष के संपर्क में ज्यादा था। पंचायत में ठेका -पट्टा का प्रायः काम इन दिनों मनीष ही कर रहा था जो अमरेंद्र को रास नहीं आ रहा था। यूं कहें मुखिया पाला बदल चुके थे। इसी वजह से अमरेंद्र ने उन्हें रास्ते से ही हटा दिया। वैसे, सच क्या है पुलिस ही औपचारिक रूप से जब बताएगी सामने आएगा।

वैसे, सवाल यह भी उठ रहा है कि जब मनीष की कोई भूमिका नहीं थी, तो उसे क्यों जेल भेजा गया। इसके पीछे का तर्क एफआईआर में नामजद होना बताया जा रहा है। यह भी कहा जा सकता है कि पुलिस अभी मनीष को क्लीनचिट नहीं दी है।

जानिए क्या थी पूरी घटना

नवादा जिले के पकरीबरावां प्रखंड के बुधौली पंचायत की मुखिया पप्पू मांझी की गोली मारकर हत्या गुरुवार 13 जून की देर रात की गई थी। अगली सुबह गांव के इंटर विद्यालय के समीप चहारदिवारी से सटे उनका शव पाया गया था। गोली मारकर हत्या की गई थी। शव को देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा था कि नजदीक से कनपटी में गोली मारी गई थी।

सूचना के बाद डीएसपी पकरीबरावां महेश कुमार चौधरी और पकरीबरावां थाना की पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल शुरू की थी।

घटनास्थल पर मुखिया का पैंट शर्ट शरीर के पास रखा था। जबकि मोबाइल चड्डी के अंदर था। ।

बता दें कि पप्पू पिछले 2 टर्म से अनुसूचित सीट से मुखिया थे। वैसे, उनका पूरा कामकाज गांव के ही अमरेंद्र देखा करते थे। मुखिया पप्पू एक सीधे-साधे किस्म के इंसान थे। मुखिया रहते हुए भी राजनीति से बहुत ज्यादा मतलब नहीं था।

मोबाइल पर बात करते घर से निकले थे मुखिया

बताया गया कि घटना को रात में मुखिया को उनके मोबाइल पर कॉल आया था। वे बात करते हुए घर से निकले थे। जिसके बाद अगली सुबह उनका शव पाया गया था। इस मामले में पुलिस का आधिकारिक पक्ष आना बाकी है।

हिदुस्थान समाचार/डॉ सुमन/चंदा

   

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