मादक पदार्थों और उनके आपूर्तिकर्ता का बहिष्कार करें: कुमार सौरभ

खूंटी, 19 जून (हि.स.)। नशा मुक्त भारत पखवाड़ा के अंतर्गत जिले के विभिन्न गांवों में चाइल्ड इन नीड इंस्टीट्यूट (सीनी) द्वारा नशे के दुरुपयोग और उनके दुष्प्रभावों को चौपाल, रैली, मानव श्रृंखला, हस्ताक्षर अभियान, नशे से खिलाफ शपथ और ई प्रतिज्ञा जैसी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है।

इसी कड़ी में बुधवार को मुरहू प्रखंड के बुरजू गांव में मादक द्रव्यों के दुरुपयोग को रोकने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किशोर-किशोरियों, युवाओं के साथ ग्रामीणों ने भाग लिया। उपस्थित लोगों को नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताया गया कि नशापान से लोगों को शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, सामाजिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नशे की लत गंभीर रूप ले लेती है। ड्रग एडिक्ट का खुद पर काबू नहीं रहता, इलाज न शुरू हो तो ड्रग्स जानलेवा साबित हो सकता है। नशे के कारण मानसिक स्वास्थ्य, कैंसर, हृदय, लिवर संबंधी समस्याएं आम है। हम सभी को मादक द्रव्यों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।

नशे की लत से बचने के लिए खुद पर भरोसा रखना चाहिए। एक स्वस्थ जीवन शैली विकसित करनी चाहिए। परिवार के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखना चाहिए और तनाव से निपटने के स्वस्थ तरीके सीखने चाहिए। देश को नशे की समस्या से मुक्त करने के लिए एक सामूहिक प्रयास और समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। ऐसे में सभी नागरिकों का कर्तव्य है कि आगे आकर मादक पदार्थों और उनके आपूर्तिकर्ता का बहिष्कार करें। नशा से छुटकारे के लिए रिनपास, केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान रांची, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान देवघर, जिला अस्पताल के आइसीटीसी-एआरटीसी परामर्श केंद्र, टोल फ्री नंबर 112 पर कॉल कर संपर्क किया जा सकता है।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल

   

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