सिद्धार्थ नगर, महराजगंज एवं गोरखपुर में प्रेशर सिंचाई प्रणाली विकसित

लखनऊ, 19 जून (हि.स.)। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने बताया कि सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग ने सिद्धार्थ नगर, महराजगंज एवं गोरखपुर में नई सिंचाई पद्धति के रूप में प्रेशर सिंचाई प्रणाली विकसित किया। उत्तर प्रदेश में प्रथम बार प्रेशर सिंचाई प्रणाली का कार्य कराया जा रहा है।

स्वतंत्रदेव सिंह ने बताया कि प्रेशर सिंचाई प्रणाली में सेडिमेंटेशन टैंक, पम्प हाउस तथा पीसीसी पाइप एवं डीआई पाइप का उपयोग किया जा रहा है। प्रेशर सिंचाई प्रणाली में पाइप (आठ सौ मिमी तथा दो सा मिमी ) लाइन जमीन से लगभग डेढ़ मीटर नीचे बिछाया जा रहा है। जिससे कृषकों की जमीन पर खेती पूर्व की भांति होती रहेगी।

जलशक्ति मंत्री ने बताया कि इस सिंचाई प्रणाली में लगभग प्रत्येक दो सौ मीटर पर आउटलेट का प्राविधान है। पाइप में पानी का बहाव दबाव के होने के कारण ग्रेविटी फ्लो तथा पाइप लगाकर कृषक अपने खेत की सिंचाई कर सकता है। यदि कृषक अपने खेत में स्प्रींकलर प्रणाली विकसित कर रखा है तो उसे सिर्फ़ आउटलेट से अपने स्प्रींकलर प्रणाली को जोड़ कर सिंचाई कर सकता है।

नई तकनीक के बारे में उन्होंने बताया कि प्रेशर सिंचाई प्रणाली की सात नग परियोजना के अंतर्गत ग्यारह स्थानों पर एकत्तीश किलोमीटर लम्बाई में पाइप लेईंग का कार्य प्रगति में है। सात नग परियोजनाओं के द्वारा संतावन ग्रामों के लगभग अठारह हजार कृषकों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। सात नग परियोजनाओं की लागत एक सौ ग्यारह करोड़ बासठ लाख है।

हिंदुस्थान समाचार/शरद /बृजनंदन

   

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