इंडियाना यूनिवर्सिटी, पेनसिलवेनिया का प्रतिनिधिमंडल करेगा सीयू का दौरा

धर्मशाला, 22 जून (हि.स.)। केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला और यू.एस. की इंडियाना यूनिवर्सिटी, पेनसिलवेनिया मिलकर शिक्षा और शोध के क्षेत्र को और अधिक विस्तार देने जा रहे हैं। इसी संबंध में 25 और 26 जून को यू.एस. में इंडियाना यूनिवर्सिटी, पेनसिलवेनिया से पांच सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला पहुंच रहा है। इस प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से फ़िलेडैल्फ़िया राज्य की एम्बेसडर सुश्री कनिका चौधरी शामिल हैं जो भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच शैक्षणिक संबंधों को और अधिक प्रगाढ़ करने के लिए आ रही हैं। वहीं अन्य चार सदस्य इंडियाना यूनिवर्सिटी, पेनसिलवेनिया के होंगे

गौरतलब है कि बीते वर्ष बंगलूरू में 13 जनवरी 2023 को दोनों संस्थानों के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह समझौता ज्ञापन अन्य बिन्दुओं के अलावा मुख्यतः तीन विषयों पर केन्द्रित है। जिसमें दोनों विश्वविद्यालय संयुक्त शोध प्रोजेक्ट्स पर कार्य करेंगे जिसके लिए अध्यापकों और शोधार्थियों के एक्सचेंज पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। शोध के लिए दोनों विश्वविद्यालय शोध के ऐसे विषयों एवं क्षेत्रों का चयन करेंगे जो कि मुख्यतः विज्ञान, पर्यटन, जन नीति, अध्यापक शिक्षा, प्रबंधन, जर्नलिज्म एवं मीडिया से सम्बंधित होंगे। वहीं दोनों विश्वविद्यालय छात्रों द्वारा प्राप्त किये जाने वाले कोर्स क्रेडिट की शेयरिंग पर भी साथ मिलकर काम करेंगे, जिसके लिए इस बैठक में चर्चा कर क्रियान्वयन को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके लिए दोनों विश्वविद्यालय स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर ऐसे कोर्सेज की पहचान करते हुए उन कोर्सेज को विकसित करेंगे। इससे दोनों विश्वविद्यालयों के छात्रों को अधिक लाभ होने की संभावना है और उन्हें अधिक विशेषज्ञता वाले अध्यापकों से सीखने के अवसर भी मिलेंगे। साथ ही उच्च गुणवत्ता और सार्थकता वाले पाठ्यक्रम को सीखने का भी अवसर प्राप्त होगा। इसके अलावा दोनों विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि संयुक्त / दोहरी डिग्री कार्यक्रमों के ऊपर भी गहन चर्चा करेंगे जिसे यू. जी. सी. द्वारा भी अब महत्त्व दिया जा रहा है।

इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी एवं शैक्षणिक सहयोग केंद्र के निदेशक प्रो. विशाल सूद ने बताया कि केंद्रीय विश्वविद्यालय, धर्मशाला और यू.एस. में इंडियाना यूनिवर्सिटी, पेनसिलवेनिया के बीच बीते वर्ष समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। अब इसी समझौता ज्ञापन के अनुसार और किस तरह से दोनो संस्थान शिक्षा और शोध के क्षेत्र को मिलकर बढ़ावा देंगे, इसी को लेकर प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा होगी और भविष्य के लिए कार्य योजना तैयार की जाएगी। 25 और 26 जून को विदेशी प्रतिनिधिमंडल का दौरा है। उम्मीद है आने वाले समय में दोनों संस्थान मिलकर शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नए आयाम स्थापित करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/सतेंद्र/सुनील

   

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