सरकार की वादाखिलाफी को लेकर भूख-हड़ताल पर बैठे रोडवेज कर्मचारी

मांगों का समाधान नहीं किया तो 14 जुलाई को परिवहन मंत्री आवास का घेराव करेंगे : सांझा मोर्चा

फतेहाबाद, 26 जून (हि.स.)। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा के आह्वान पर राज्य सरकार की वादाखिलाफी व मानने के बाद भी मांगों को पूरा न करने पर बुधववार को रोडवेज कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठ गए। कर्मचारियों ने धरना देते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मोर्चा ने एक ज्ञापन भी महाप्रबंधक को दिया।

फतेहाबाद रोडवेज के कर्मचारियों केे धरने की अध्यक्षता सभी संगठनों के डिपो प्रधान शिवकुमार श्योराण, संदीप जांडली, विजय नागपुर, हर्ष डारा, सतेंद्र, जोगिंदर सिंह रेड्डू, वीरेंद्र कुलेरी, राजकुमार बिघड़, सत्यनारायण, नरेश कुमार, देवीलाल, संजय डाबला, भजनलाल आदि ने संयुक्त रूप से की। संचालन प्रदेश सचिव सुबे सिंह धनाणा ने किया। इस मौके पर सांझा मोर्चा नेताओं ने अपनी मांगों का एक ज्ञापन महानिदेशक के नाम महाप्रबंधक को दिया गया।

डिपो प्रधान व सांझा मोर्चा के वरिष्ठ नेता शिवकुमार श्योराण, संदीप जांडली, कुलदीप पाबड़ा, विजय नागपुर, हर्ष डारा व सतेंद्र ने बुधवार को धरने को संबोधित किया। नेताओं ने कहा कि सरकार के बार-बार की जा रही वादाखिलाफी व उच्च अधिकारियों के टरकाऊ रवैये से कर्मचारियों को सड़कों पर उतरना पड़ा। उन्होंने बताया कि सांझा मोर्चा के साथ अनेक बैठकों में विभाग के मंत्री व उच्चाधिकारी रोडवेज कर्मचारियों की मांगों के लिए गंभीर नहीं दिखाई दिए। सरकार के इस रवैये के खिलाफ 14 जुलाई को सांझा मोर्चा के आह्वान पर अम्बाला में परिवहन मंत्री आवास का घेराव कर निर्णायक आंदोलन की शुरुआत करेंगे। उन्होंने मुख्य मांगों पर चर्चा करते हुए कहा कि परिचालकों व लिपिकों का वेतनमान 35400 रुपये करने, अर्जित अवकाश में कटौती का पत्र वापस लेकर पहले की तरह अवकाश लागू करने, पुरानी पेंशन बहाली, जोखिम भत्ता देने पर सरकार बिलकुल गम्भीर नहीं है। सरकार रुट परमिट देने का इरादा छोड़ कर विभाग में 10 हजार बसों को शामिल किया जाए ताकि 60 हजार बेरोजगारों को रोजगार मिल सके। 2016 में भर्ती चालकों सहित कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए। वर्कशॉप सहित सभी श्रेणियों में खाली पड़े रिक्त पदों पर स्थाई भर्ती की जाएं। लम्बे समय से लंबित लिपिकों/ डिपो स्तर पर कार्यालय में सांख्यिकी सहायक, सहायक लेखाकार, जूनियर ऑडिटर के पदों से कार्यालय अधीक्षक के पद पर प्रमोशन का अनुभव 12 वर्ष की बजाए 5 वर्ष किया जाए। इसके अलावा भी सांझा मोर्चा ने रोडवेज कर्मचारियों की अनेक मांगों को उठाते हुए उनका समाधान की मांग की।

हिन्दुस्थान समाचार/अर्जुन/सुनील

   

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