विश्वविद्यालयों के 1443 अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों पर लटकी छंटनी की तलवार

अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों को नियमित करने के बाद हों भर्तियां: हुकटा

चंडीगढ़, 26 जून (हि.स.)। प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पिछले 15 साल से कार्यरत 1443 अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों पर छंटनी की तलवार लटक गई है। हरियाणा यूनिवर्सिटीज कॉन्ट्रैक्टचुअल टीचर्स एसोसिएशन, (हुकटा) के प्रदेश अध्यक्ष विजय मलिक के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने बुधवार को शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा से मुलाकात करके उन्हें स्थाई नियुक्तियां देने की मांगी की है।

हुकटा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि पहले से विश्वविद्यालयों में कार्यरत अस्थायी, अनुबंधित, पार्टटाइम व विजि़टिंग फैकल्टी आदि पदनामों पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसरों को नियमित किया जाए और उसके बाद बचने वाले पदों पर नियमित भर्ती की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार विश्वविद्यालयों में नियमित असिस्टेंट प्रोफेसरों, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर की स्थायी भर्ती की जा रही है। इस भर्ती के लिए इस समय अनुबंध आधार पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसरों के पदों को भी रिक्तियों की संख्या में शामिल कर लिया गया है। यह पूरी तरह से अनुचित है, जिन अस्थायी असिस्टेंट प्रोफेसरों ने अनुबंध आधार पर कार्य करते हुए अपनी जिंदगी के 15 साल इस आशा पर निकाल दिए हो कि उनको सरकार द्वारा पक्का किया जाएगा, ऐसे असिस्टेंट प्रोफेसरों को पक्का करने के स्थान पर बाहर का रास्ता दिखा देना दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम होगा।

सरकार से उन्हें नियमित करने की नीति बनाने की मांग करते हुए नई भर्तियों से पहले उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए। शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा ने उन्हें आश्वस्त किया किसी का भी रोजगार नहीं छीना जाएगा बल्कि रोजगार सुरक्षित करने के लिए उचित कार्रवाई की जाएगी। शिष्टमंडल में नेहा,अंकित, सुनील, राकेश, सुमन, पूनम, नीतू, जितेंद्र और अमित आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील

   

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