अनुसंधान व प्रशिक्षण में हिंदुस्तान पेट्रोलियम का सहयोग करेगा लखनऊ विवि

लखनऊ, 26 जून (हि.स.)। लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग ने अनुसंधान, प्रशिक्षण और नवीन प्रथाओं में विभिन्न पहल पर सहयोग करने के लिए लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो वाइस चांसलर प्रो. मनुका खन्ना की उपस्थिति में हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। मनोविज्ञान विभाग कार्यशालाओं, सेमिनारों और संयुक्त अनुसंधान पहलों के माध्यम से एचपीसीएल के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा करेगा।

लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की प्रमुख डॉ. अर्चना शुक्ला और एच.आर. एचपीसीएल के एन.सी.जेड. प्रभाग के प्रमुख मधुकर कैथा इस कार्यक्रम के समन्वयक होंगे। प्रो. कुलपति प्रो. मनुका खन्ना के अनुसार, यह समझौता ज्ञापन उन छात्रों के लिए सहायक होगा, जिन्हें हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड के कामकाज की जानकारी मिलेगी। हमारे संकाय और पूर्व छात्रों द्वारा प्रदान किया गया मनोवैज्ञानिक मार्गदर्शन बदले में कार्यस्थल के माहौल को बदलने में भी सहायता करेगा। साथ मिलकर वे शोध शुरू करेंगे और ज्ञान के आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करेंगे।

डीन अकादमिक प्रो. गीतांजलि मिश्रा ने भी इस समझौता ज्ञापन पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, ज्ञान के सृजन के अलावा विश्वविद्यालय का काम इसे समाज के साथ व्यापक रूप से साझा करना है। इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से मनोविज्ञान विभाग समाज की बेहतरी के लिए अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए ठीक यही कर रहा है। साथ ही, इस तरह के सहयोग हमारे छात्रों के लिए अच्छे प्रशिक्षण आधार हैं और उन्हें वास्तविक दुनिया में अधिक कुशल और अनुभवी बनाते हैं। मुझे उम्मीद है कि हम इस तरह के और सहयोग देखना जारी रखेंगे।

हस्ताक्षर समारोह के अंत में डॉ. अर्चना शुक्ला ने समझौता ज्ञापन के लिए अपने दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा, “मैंने मनोविज्ञान विभाग के शैक्षणिक कार्यक्रमों को मजबूत करने के लिए यह पहल की, विशेष रूप से संगठनात्मक व्यवहार और कार्य मनोविज्ञान में, जिससे मास्टर और डॉक्टरेट दोनों छात्रों को लाभ होगा, और शैक्षणिक सिद्धांत और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोग के बीच एक अनूठा पुल बनेगा”।

हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/मोहित

   

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