उत्तराखंड में अब अत्याधुनिक ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्ट सेंटर्स में होगी वाहनों की फिटनेस जांच

देहरादून, 27 जून (हि.स.)। एक अक्टूबर से प्रदेश के सभी वाहनों की फिटनेस जांच ऑटोमेटिक कराए जाने के केंद्र सरकार के आदेश के बाद उत्तराखंड परिवहन विभाग ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। वाहनों की फिटनेस जांच अब अत्याधुनिक मशीनों से होगी। इसके लिए सभी जिलों में अत्याधुनिक ऑटोमेटिक फिटनेस टेस्टिंग सेंटर्स खोलने की योजना है। योजना के पहले चरण में चार ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्ट सेंटर शुरू हो चुके हैं। जल्द ही अन्य जिलों में भी अत्याधुनिक सेंटर शुरू होंगे।

दरअसल, अभी तक वाहनों की फिटनेस विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों की ओर से मैनुअली होती है। परिणामस्वरूप वाहन मालिकों को न केवल तमाम परेशानियां उठानी पड़ती हैं बल्कि फिटनेस जांच में तमाम खामियां रह जाती हैं। ऐसे में अब फिटनेस की जांच अत्याधुनिक उपकरणों से लैस ऑटोमेटेड टेस्टिंग मशीन से कराई जाएगी।

संयुक्त परिवहन आयुक्त उत्तराखंड सनत कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में वाहनों की जांच के लिए 12 ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्ट सेंटर बनाए जा रहे हैं। इनमें से देहरादून, रुद्रपुर, हरिद्वार और हल्द्वानी में चार ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्ट सेंटर शुरू हो चुके हैं जबकि सेलाकुई और रुड़की में सेंटर निर्माणाधीन है।

संयुक्त परिवहन आयुक्त ने बताया कि केन्द्र सरकार के सहयोग से ऋषिकेश और कोटद्वार में कार्य चल रहा है। पर्वतीय क्षेत्रों के लिए राज्य सरकार की ओर से चार फिटनेस सेंटर तैयार किए जा रहे हैं। इसमें उत्तरकाशी, पौड़ी, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्ट सेंटर निर्माण का कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि एक अक्टूबर से सभी भारी मालवाहनों, सवारी वाहनों से लेकर निजी वाहनों की फिटनेस जांच भी इसी ऑटोमेटेड सेंटर से कराई जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/वीरेन्द्र

   

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