नेपाल की पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने पुन: राजनीति में सक्रिय होने के दिए संकेत

काठमांडू, 27 जून (हि.स.)। नेपाल की पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने पुन: राजनीति में सक्रिय होने का संकेत दिया है। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली की पार्टी की उपाध्यक्ष रह चुकी भंडारी ने पार्टी के अगले महाधिवेशन में ओली को चुनौती देने का मन बनाया है।

आमतौर पर राष्ट्रपति पद से हटने के बाद अधिकांश नेता सक्रिय राजनीति से संस्यास ले लेते हैं, लेकिन नेपाल की दो बार राष्ट्रपति रह चुकी विद्या भंडारी अपनी राजनीति की दूसरी पारी खेलने को तैयार हैं। वह उसी व्यक्ति को पार्टी अध्यक्ष पद पर चुनौती देने की बात कर रही हैं, जिनकी बदौलत वो पार्टी की उपाध्यक्ष, सरकार में रक्षा मंत्री और देश की राष्ट्रपति बनी हैं।

पुन: सक्रिय राजनीति में आने से नैतिकता को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में विद्या भंडारी ने कहा कि नेपाल के संविधान में कहीं भी ऐसा नहीं लिखा है कि राष्ट्रपति पद से हटने के बाद वह फिर से सक्रिय राजनीति नहीं कर सकता है या कोई पद धारण नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि राजनीति में सक्रिय होकर वह दोबारा देश और जनता की सेवा में समर्पित होना चाहती हैं।

पूर्व राष्ट्रपति विद्या भंडारी ने बताया कि उन्होंने सक्रिय राजनीति में आने के लिए अपनी पुरानी पार्टी नेकपा एमाले के दफ्तर में सदस्यता नवीकरण के लिए आवेदन भी किया है। सदस्यता नवीकरण होने के बाद वह राजनीति में सक्रिय हो जाएंगी। भंडारी ने बताया कि इस समय देशभर से पार्टी के कई कार्यक्रमों में आने के लिए उनके पास निमंत्रण मिल रहे हैं। इनमें से कुछ राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल भी हुई हैं। उनका मानना है कि पार्टी कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि वो आने वाले पार्टी के महाधिवेशन से नेतृत्व के पद पर चुनाव लड़ें। विद्या भंडारी ने कहा कि वो अपनी पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों की भावना का सम्मान करेंगी।

हिन्दुस्थान समाचार/पंकज दास/सुनीत

   

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