मुरादाबाद का निर्यात कारोबार कंटेनरों के रेट बढ़ने से 5 माह में 40 फीसदी घटा

मुरादाबाद हैंडीक्रफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल।मुरादाबाद हैंडीक्रफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल।मुरादाबाद हैंडीक्रफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल।मुरादाबाद हैंडीक्रफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल।मुरादाबाद हैंडीक्रफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल।मुरादाबाद हैंडीक्रफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल।

- रूस-यूक्रेन युद्ध तथा इस्राइल-हमास युद्ध और अमेरिका की आर्थिक मंदी का भी है असर

- एमएचईए के महासचिव अवधेश अग्रवाल बोले-मुरादाबाद के हस्तशिल्प कारोबार पर चौतरफा दबाव

मुरादाबाद, 27 जून (हि.स.)। कच्चे माल की कीमतों आए उछाल और कंटेनरों के बढ़े रेट ने मुरादाबाद के निर्यात कारोबार को प्रभावित कर दिया है। मात्र कंटेनरों का रेट बढ़ने से बीते पांच माह में मुरादाबाद का एक्सपोर्ट बिजनेस 40 फीसदी तक घट गया है। इसके अलावा रूस-यूक्रेन युद्ध, इस्राइल-हमास युद्ध और अमेरिका की आर्थिक मंदी का भी पीतलनगरी के निर्यात कारोबार पर काफी असर पड़ा हैं। जिसे लेकर मुरादाबाद के निर्यातक काफी चिंतित हैं।

मुरादाबाद हैंडीक्रॉफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल ने गुरुवार को बताया कि मुरादाबाद के हस्तशिल्प कारोबार पर चौतरफा असर पड़ रहा है। अमेरिका में अभी भी मंदी जैसे हालात हैं,जबकि मुरादाबाद से करीब सत्तर फीसदी निर्यात अमेरिका ही होता है। कंटेनरों के रेट 600 डॉलर से 1900 डॉलर पहुंच गए हैं। कच्चा माल 15 फीसदी महंगे हो गए हैं। इसके कारण मुरादाबाद के निर्यात में 40 फीसदी की कमी आई है।

मुरादाबाद में 2400 निर्यातक, हर साल 8 से 9 हजार करोड़ रुपये का होता हैं निर्यात

पीतलनगरी मुरादाबाद में छोटे-बड़े करीब 2400 निर्यातक हैं। यहां से हर साल औसतन आठ से नौ हजार करोड़ रुपये का निर्यात होता है। इसमें अकेले 60 से 70 फीसदी निर्यात अमेरिका होता है। निर्यातकों के मुताबिक लॉकडाउन में कारोबार बेहतर रहा था। विदेशी खरीदारों से पीतलनगरी के निर्यातकों को 30 से 35 फीसदी अधिक ऑर्डर मिले थे। लेकिन इसके बाद स्थिति बिगड़ती गई। अभी भी मुरादाबाद का निर्यात पटरी पर नहीं लौट पाया है। कभी रूस-यूक्रेन युद्ध से कारोबार प्रभावित हुआ तो कभी अमेरिका की आर्थिक कारण बना। चीन का बाजार खुलने से भी मुरादाबाद के निर्यात को नुकसान पहुंचा है।

कंटेनरों के रेट में 3 गुना व कच्चे माल की कीमतों में 15 फीसद उछाल :

कंटेनरों के रेट में तीन गुना और स्थानीय स्तर पर कच्चे माल (पीतल, स्टील, तांबा, एल्युमिनियम, लोहा) की कीमतों में करीब 15 फीसदी के आई उछाल ने भी निर्यात को प्रभावित करने का काम किया है। यही वजह है कि पिछले पांच महीने में मुरादाबाद के निर्यात में करीब चालीस प्रतिशत की गिरावट आई है।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित/सियाराम

   

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