एनएसयूआई ने नीट परीक्षा को लेकर किया प्रदर्शन, एनटीए कार्यालय पर जड़ा ताला

नई दिल्ली, 27 जून (हि.स.)। कांग्रेस की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में कथित अनियमितताओं के विरोध में गुरुवार को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के ओखला स्थित कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया और एजेंसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने एनटीए कार्यालय में घुसकर उसे अंदर से बंद कर दिया। वहीं भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया।

एनएसयूआई ने एक वीडियो जारी कर कहा कि देश के लाखों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाली एनटीए जैसी भ्रष्टाचारी संस्था पर राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एनटीए के दिल्ली ऑफिस पर ताला लगाकर नीट, नेट और सीयूईटी समेत सभी परीक्षाओं के छात्रों को न्याय देने की मांग की। अगर एनटीए को बैन नहीं किया गया तो एनएसयूआई देश पूरे भर में एनटीए के ऑफिस पर ताला लगाएगी।

इस वीडियो में एनएसयूआई कार्यकर्ता एनटीए बंद करो और एनटीए मुर्दाबाद जैसे नारे लगाते दिखाई दे रहे हैं। इस घटना के प्रकाश में आने के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस और सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और परीक्षा एजेंसी के कार्यालय में जमा भीड़ को तितर-बितर करना शुरू कर दिया।

इस बीच, भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास के नेतृत्व में नीट-यूजी परीक्षा में कथित धांधली को लेकर जंतर-मंतर के पास प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पुलिस बैरिकेड तोड़कर संसद की ओर जाने का प्रयास किया तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें रोका। इस पर प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम पेपर लीक से पीड़ित छात्रों को न्याय दिलाकर ही रहेंगे।

श्रीनिवास ने कहा कि आज भारतीय युवा कांग्रेस के हजारों साथी नीट पेपर लीक और उससे जुड़ी धांधली का विरोध कर रहे थे, लेकिन देश के लाखों युवाओं का भविष्य तबाह करने वाली तानाशाह मोदी सरकार से यह बर्दाश्त न हुआ। उन्होंने कहा कि हमारी आवाज को दबाने के लिए सरकार के इशारे पर यूथ कांग्रेस के साथियों पर लाठियां बरसाईं गईं और बर्बरता की गई। पुलिस की यह लाठियां हमारा हौसला नहीं तोड़ पाएंगी। उन्होंने कहा कि हम न्याय के लिए लड़ते रहेंगे, तानाशाह सरकार को सच के आगे झुकना ही पड़ेगा। आज नहीं तो कल हर एक लाठी का हिसाब होगा।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) का आयोजन राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) द्वारा देश भर के सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। एनटीए ने गत 5 मई को 4,750 केंद्रों पर नीट-यूजी-2024 परीक्षा आयोजित की थी और इसमें करीब 24 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे। परीक्षा का परिणाम 4 जून को घोषित किया गया, लेकिन इसके बाद बिहार जैसे राज्यों में प्रश्नपत्र लीक होने तथा अन्य अनियमितताओं के आरोप लगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने प्रकरण का संज्ञान लेते हुए इसकी एक उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी है।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/रामानुज

   

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