हरियाणा : कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव लड़ने वालों से मांगे आवेदन

हरियाणा को तीन जोन में बांटकर जारी किए ई-मेल आईडी

चंडीगढ़, 28 जून (हि.स.)। हरियाणा राज्य में कांग्रेस ने राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों से आवेदन मांगे हैं। इन आवेदनों के आधार पर पार्टी हाईकमान ग्राउंड पर सर्वे करवाएगी। जिसके बाद ही उम्मीदवार तय किए जाएंगे।

लोकसभा चुनाव में हरियाणा राज्य की पांचों लोकसभा सीटों पर जीतने से कांग्रेस काफी उत्साहित है। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे तथा राहुल गांधी की बैठक के बाद अब कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने प्रदेश के कांग्रेसियों को एक पत्र जारी किया है। कांग्रेस मुख्यालय की तरफ से शुक्रवार को यह पत्र प्रदेश के सभी नेताओं को भेजा गया है।

दीपक बाबरिया ने पुराने चुनाव का हवाला देते हुए कहा है कि वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को केवल 10 सीटों पर जीत मिली थीं, जबकि भाजपा को 79 सीटों पर जीत मिली थी। इसके कुछ समय बाद हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस 31 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि भाजपा 40 सीटों पर आ गई थी। हालही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस 46 विधानसभा क्षेत्रों में आगे रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों की राय के आधार पर ही न्याय पत्र तैयार होगा।

बाबरिया ने कहा है कि अगले दो माह के भीतर हरियाणा में जहां रैलियों का आयोजन किया जाएगा, वहीं घर-घर कांग्रेस अभियान समेत कई अभियान चलाकर लोगों को भाजपा की जनविरोधी नीतियों से अवगत करवाते हुए न्याय युद्ध में अपने साथ जोड़ा जाएगा। बाबरिया के अनुसार प्रदेश के 90 विधानसभा हलकों में टिकटार्थियों तथा हाईकमान से अपनी बात कहने वालों की संख्या बहुत अधिक है। दो माह में सभी से मिल पाना मुश्किल है। इसलिए हरियाणा को तीन जोन में बांटकर अलग-अलग ई-मेल जारी किए गए हैं। पहले जोन में विधानसभा हलका नंबर एक से 38 तक हलके रहेंगे। दूसरे जोन में 39 से 67 तथा तीसरे जोन में 68 से 90 हलके रहेंगे। अब टिकटार्थियों द्वारा जोन के हिसार से अपना बायोडाटा मेल किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश वासी तथा पार्टी के कार्यकर्ता कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान बनाए जाने वाले न्याय पत्र के लिए इन्हीं ई-मेल पर अपने सुझाव भेज सकते हैं। जिन्हें पार्टी की घोषणा पत्र समिति द्वारा संकलित किया जाएगा।

कांग्रेस प्रभारी ने विधानसभा में चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों के लिए भी क्राइटेरिया तय कर दिया है। जिसके चलते सबसे पहले प्रत्याशी में जीत की संभावना को देखा जाएगा। उसके बाद दावेदार की इलाके में मेरिट, कार्यकर्ताओं का फीडबैक, जनता में उसकी उपस्थिति व उपलब्धता को ही टिकट का आधार बनाया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील

   

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