पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन में जलाया आतंकवाद का पुतला, भाजपा सरकार से इस्तीफे की मांग की


जम्मू। मिशन स्टेटहुड ने मंगलवार को अम्फाला, न्यू प्लॉट, जानीपुर और हाई कोर्ट चौक सहित विभिन्न स्थानों पर पाकिस्तान विरोधी प्रदर्शन किए। अध्यक्ष सुनील डिंपल के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी झंडे और आईएसआई के गुर्गों, हाफिज सईद, अजहर मसूद और लश्कर-ए-तैयबा के सदस्यों के पुतले जलाए। सभी ने सेना के ट्रकों पर हुए हमले की निंदा की, जिसके परिणामस्वरूप एक जेसीओ और पांच जवान शहीद हो गए। उत्साही भीड़ को संबोधित करते हुए डिंपल ने इस हमले को पाकिस्तानी आतंकवादियों, उनके मॉड्यूल, स्लीपर सेल और जम्मू-कश्मीर में गाइड द्वारा अंजाम दिया गया एक कायरतापूर्ण कृत्य करार दिया। उन्होंने भाजपा और एनडीए सरकार पर सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ क्षेत्र की सुरक्षा करने में पूरी तरह विफल होने का आरोप लगाया। डिंपल ने एलजी मनोज सिन्हा और भाजपा सरकार के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने दावा किया कि पिछले दस सालों में भाजपा जम्मू-कश्मीर पर राजनीति करती रही है और अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद उग्रवाद को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाने में विफल रही है। डिंपल ने आरोप लगाया, भाजपा और एनडीए सरकार की कमजोरी के कारण शांतिपूर्ण जम्मू में स्थिति बिगड़ रही है, जो जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव टालने की एक चाल है। उन्होंने कठुआ, सांबा, डोडा, किश्तवाड़, भद्रवाह, बसोली, पुंछ, राजौरी और अरनिया जैसे जिलों में सुरक्षा बलों और नागरिकों पर लक्षित हमलों में वृद्धि के साथ-साथ सीमा पर घुसपैठ में वृद्धि पर प्रकाश डाला। जवाबदेही की मांग करते हुए डिंपल ने पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से संसद को संबोधित करने और जम्मू-कश्मीर में बढ़ते उग्रवाद और विदेशी प्रशिक्षित घुसपैठियों पर चर्चा करने के लिए एक विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया।

   

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