धर्म की आड़ में राजनीति स्वीकार नहीं : सचिन पायलट

रायपुर, 11 जनवरी (हि.स.)। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के सचिन पायलट ने कहा है कि राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए, अगर धर्म की आड़ में राजनीति हो रही है तो उसे कोई स्वीकार नहीं करेगा। हम जनता के मुद्दों, विकास, शिक्षा, रोजगार पर चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन भाजपा इसपर चर्चा के लिए तैयार नहीं है।

सचिन पायलट ने रायपुर के राजीव भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को फर्क नहीं पड़ेगा।किसी को यह नहीं सोचना चाहिए कि राम मंदिर हमारा है। भाजपा को भी यह नहीं सोचना चाहिए, जिन राज्यों में विपक्षी चुनाव हुए है, वहां मुख्य रूप से भाजपा और कांग्रेस चुनाव लड़ती है। हम छत्तीसगढ़ में इतिहास बदलने आये हैं। भाजपा सरकार के 10 साल हो गए हैं। जनता के सामने उनकी असलियत आ चुकी है।

सचिन पायलट ने कहा, 14 तारीख से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने जा रही है। यात्रा शुरू करने की अनुमति मणिपुर सरकार ने आंशिक रूप से दी है। यात्रा का उद्देश्य वंचित वर्ग को न्याय दिलाना है। यात्रा में गरीबों, वंचितों की बात सुनी जाएगी। 20 मार्च को यात्रा का समापन मुंबई में होगा। छत्तीसगढ़ में भारत जोड़ो न्याय यात्रा 5 दिन की होगी। यात्रा का माडल पिछली यात्रा से अलग रहेगा।उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य यही है कि 10 सालों में केंद्र सरकार ने जो हालात पैदा किए है। उन सब असलियतों को उजागर करना है। केंद्र सरकार ने एजेंसियों का दुरुपयोग करके 10 सालों में लोकतंत्र को खोखला किया है। जल्द ही गठबंधन मेंसीट शेयरिंग होगी। प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते हमारा दायित्व है कि हम लोगों की आवाज को उठाएं।

पायलट ने कहा कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सभी विभागों की बैठक में आज हार की समीक्षा की गई है। हम भले ही विधानसभा चुनाव हार गए है, लेकिन लोकसभा में हम जीतेंगे। कार्यकर्ता को रिचार्ज करेंगे। हम जीतेंगे। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हार पर पायलट ने कहा कि हार किसी एक व्यक्ति की नहीं होती। संगठन चुनाव लड़ता है। अगर हार हुई है तो यह संगठन की जिम्मेदारी है।

इससे पहले गुरुवार को दो दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे सचिन पायलट का रायपुर एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए सचिन पायलट ने छत्तीसगढ़ के पहले दौरे की जानकारी देते हुए मीडिया को बताया कि, आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सभी तैयार हैं। हम संगठन को दुरुस्त कर कार्यकर्ताओं को चुनावी मैदान में उतारेंगे और आने वाले चुनाव में दुगुनी ताकत से वापसी करेंगे. एक मजबूत विपक्ष का एहसास जनता को जरूर होगा। मीडिया से चर्चा के दौरान सचिन पायलट ने कहा कि, हम सभी को साथ लेकर आगे चलेंगे। न्याय यात्रा पर आज चर्चा करेंगे। इसके बाद कल इलेक्शन कमेटी की बैठक होगी। बैठक में सभी लोकसभा क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से फीडबैक लेंगे।

अयोध्या नहीं जाने के सवाल पर सचिन पायलट ने कहा कि, राजनीति और धर्म को अलग-अलग रखना चाहिए। हम जनता के मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं। धर्म की आड़ पर राजनीति से कोई सुविधा नहीं मिलेगी। मंदिर नहीं जाना आस्था का सवाल है। इससे मुद्दे का ध्रुवीकरण हो रहा है। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आपसी विवाद के मामलों पर सचिन पायलट ने कहा कि चुनाव में हार के बाद कार्यकर्ताओं में मतभेद रहता है। सब बातों को भूलकर अब आगे की ओर देखना है। कांग्रेस और गठबंधन कैसे मजबूत होगा यह सुनिश्चित करना है। छत्तीसगढ़ में हम सभी सीटों में जीतने की कोशिश करेंगे। सचिन पायलट ने दावा किया कि इस बार लोकसभा के परिणाम अभूतपूर्व होंगे। कांग्रेस पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी।

इस दौरान उनके साथ प्रदेश प्रमुख दीपक बैज, विधायक और पूर्व विस अध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। उन्होंने कहा कि भावनात्मक मुद्दों के आड़ में वोट लेना भाजपा की परंपरा रही है। कोई कभी भी मंदिर जा सकता है लेकिन इस तरह का जो राजनीतिकरण हो रहा है उसे कांग्रेस पार्टी ने गलत माना है।

हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा

   

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