श्री राम चरण पादुका यात्रा लेकर निकले संत सत्यानंद मौर्य

कौशांबी, 16 जनवरी (हि.स.)। चित्रकूट जनपद से भगवान श्री राम की चरण पादुका यात्रा लेकर निकले संत सत्यानंद मौर्य ने पीएम मोदी का विरोध कर रहे लोगों को खरी खोटी सुनाई है। उन्होंने एक पंक्ति पढ़ कर विरोधियों को करारा जवाब दिया है, उनके मुताबिक अवध में गूंज रहीं आवाज़ें छेनी और हथौड़े की, लगता है यह टापें पर अश्वमेध के घोड़े की, जिन्हें डर है प्राणों का वह पूजा कर ले तस्वीरों की, हमें जरूरत है राम पर प्राण लुटाने वाले वीरों की। संत सत्यानंद की यात्रा कौशांबी से होकर प्रयागराज, प्रतापगढ़ सुल्तानपुर से होकर नंदी ग्राम अयोध्या 19 जनवरी को पहुंचेगी।

कौशांबी की सीमा महेवाघाट में श्री राम चरण पादुका यात्रा मंगलवार की सुबह 11 बजे पहुंची। यात्रा की संयोजक संत सत्यानंद का उत्साह देखते ही बना। वह पूरी ऊर्जा से जनसमुदाय से मिले। राम के जीवन आदर्श को नाट्य प्रस्तुतियों के जरिये झांसी, महोबा, प्रयागराज एवं काशी के कलाकारों ने अपनी अभिनय प्रस्तुति दिखाई। जिसे देख राम की प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह आम जनमानस में दोगुना हो गया। कौशांबी में करीब 50 किलोमीटर दूर चली यात्रा में आम आदमी ने श्रीराम चरण पादुका के दर्शन पूजन के लिए अपनी नज़रें बिछाए सड़क किनारे खड़े रहे। यात्रा के गुजरते ही उन पर फूल वर्षा की।

यात्रा मंझनपुर के काशी राम गेस्ट हाउस ओसा में करीब 45 मिनट के लिए रुके। जहां कलाकारों ने लोक संस्कृति की प्रस्तुति के जरिये राम के जीवन चरित्र को जन सामान्य के सामने रखा। संत सत्यानन्द मौर्य ने मंच से अपनी यात्रा का मकसद बता कर लोगों के बीच राम की त्रेता युग वाली झांकी प्रस्तुत की। संत सत्यानन्द मौर्य ने बताया, यात्रा का मकसद देश में हर नागरिक व घर-घर में राम के होने का अहसास कराना है,क्योंकि इस देश में उत्तम आचरण से ही बदलाव लाया जा सकता है। संत समाज का आवाहन करते हुए उन्होंने समाज का नेतृत्व करने की बात कही।

हिन्दुस्थान समाचार/ अजय कुमार/सियाराम

   

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