शिक्षामंत्री दिलावर पहुंचे शैक्षिक सम्मेलन : शिक्षकों ने उठाई गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की मांग

जोधपुर, 20 जनवरी (हि.स.)। अलग-अलग शिक्षक संघों के दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय सम्मेलन शनिवार को संपन्न हो गए। इन सम्मेलनों में शिक्षकों ने एक स्वर में गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्ति दिलाने की मांग रखी। इसके साथ ही अन्य कई मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए गए जिन्हें अब सरकार को भेजा जाएगा।

डांगियावास स्थित एसएलबीएस कॉलेज में चल रहे राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के सम्मेलन में संगठन के अध्याय के तीनों वाक्य राष्ट्रीय हित में शिक्षा, शिक्षा हित में शिक्षक, शिक्षक हित में समाज की अवधारणा को विस्तार से शिक्षकों के समक्ष रखा गया। प्रदेश महामंत्री महेंद्र लखारा ने संघ का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया, जिसमें आज तक संगठन की ओर से किए गए आंदोलन और संगठन की गतिविधियों की जानकारी दी। प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन के संयोजक रुपाराम खोज व सहसंयोजक रुपाराम रलिया ने बताया कि समापन सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक योगेंद्र कुमार और शिक्षक संघ राष्ट्रीय के संगठन मंत्री घनश्याम का सानिध्य प्राप्त हुआ।

मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शिक्षकों को संबोधित किया। वहीं राजस्थान शारीरिक शिक्षक संघ (एकीकृत) का प्रांतीय अधिवेशन शाला क्रीडा संगम केंद्र गौशाला मैदान में संपन्न हुआ। प्रदेशाध्यक्ष लूणेशसिंह खींची ने बताया कि अधिवेशन में खेलों से संबधित, खिलाडिय़ों की समस्याओं व शारीरिक शिक्षा संबंधित चर्चा एवं विचार विमर्श कर प्रस्ताव पारित किए गए। इसी तरह शहर के राजकीय अंध विद्यालय में राजस्थान दृष्टिहीन शिक्षक संघ का शैक्षिक सम्मेलन हुआ। सम्मेलन की अध्यक्षता हरदेव चौधरी ने की।

संयोजक विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रकाश चंद खीची ने बताया कि सम्मेलन में पूरे राजस्थान से विभिन्न स्थानों से दृष्टिहीन शिक्षक एकत्रित हुए। सभी जिलों से आए दृष्टिहीन शिक्षकों ने अपनी समस्याएं सबके सामने रखी। साथ ही सम्मेलन में दृष्टिहीन बच्चों की पढ़ाई को और सुविधाजनक बनाने और आवश्यक बदलाव करने जैसे विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। वहीं शिक्षक संघ (अम्बेडर) का सम्मेलन नागौरी गेट स्थित महादेव गार्डन में संपन्न हुआ।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप

   

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