जबलपुर: नेताजी की जयंती पर केन्द्रीय जेल में हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम

जबलपुर, 23 जनवरी (हि.स.)। महान् स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 127वीं जयंती के उपलक्ष्य में मंगलवार को केन्द्रीय जेल में बंदियों की साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं क्रीडा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

नेताजी की 127 वीं जयंती पर मुख्य अतिथि कलेक्टर दीपक सक्सेना एवं विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में प्रातः 10.30 बजे से रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए। अतिथियों द्वारा नेताजी की शयन पटिट्का पर पुष्पांजली दी गई। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस वार्ड का अवलोकन किया जाकर नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि उन्हें कई बार जेल के निरीक्षण करने का अवसर मिला और एक समय ऐसा था जब वे स्वयं जेल अधीक्षक भी थे। उन्होनें कहा कि जेलों में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ कौशल विकास के कई कार्य होते है। जब बंदी जेल से बाहर आते हैं तब उनकी बेहतर जिंदगी के लिये रोजगार, पुनर्वास, सामाजिक सम्मान व प्रतिष्ठा आवश्यक होती है। इसके लिये एक अच्छा वातावरण बनायें। साथ ही कहा कि बंदियों के तनाव प्रबंधन के लिये समुचित प्रयास करना चाहिये। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि माहौल के बिगड़ने से व्यवहार परिवर्तन होता है जिसके कारण बंदी जेल में आता है। मध्यप्रदेश की जेल एक सुधारग्रह की छवि में है। बंदी जब बाहर जाये तो एक बेहतर इंसान के रूप में रहे। जिससे वह आम लोगों की भांति सम्मानजनक जीवन जी सके।

उल्लेखनीय है कि केन्द्रीय जेल जबलपुर में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस 02 बार परिरुद्ध रहे हैं तथा नेताजी का जबलपुर से विशेष संबंध होने के नाते एवं जबलपुर जेल में होने से इस जेल का नाम नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के नाम पर रखा गया है। इसलिये प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी को नेताजी के जन्मोत्सव को मनाया जाता है तथा बंदियों के बीच विभिन्न सांस्कृतिक एवं क्रीडा प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया जाता है। कार्यक्रम में पुरूष एवं महिला बंदियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की अतिसुन्दर प्रस्तुति दी गई तथा योगा एवं लोकनृत्य तथा कविता गायन की भी प्रस्तुतियां बंदियों द्वारा दी गई। कार्यक्रम के अंत में क्रीडा एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बंदियों को पुरस्कार एवं प्रशंसा पत्र वितरित किये गये। साथ ही जेल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को प्रशंसा पत्र भी अतिथिद्वय द्वारा वितरित किये गये। कार्यक्रम के अंत में उप जेल अधीक्षक द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं क्रीडा प्रतियोगिताओं में शामिल होने वाले बंदियों को अच्छे आचरण के आधार पर 05 दिवस माफी प्रदाय करने की घोषणा की गई।

हिन्दुस्थान समाचार / विलोक पाठक

   

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