प्रभु श्रीराम का चरित्र भारतीय संस्कृति की प्राण : गणेश केसरवानी

प्रयागराज, 24 जनवरी (हि.स.)। हमारे भारत की पहचान मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम से है। भगवान श्री राम का चरित्र भारतीय संस्कृति की प्राण है। हमें आने वाली पीढ़ी के लिए बच्चों द्वारा अपनी भारतीय संस्कृति और विरासत को बढ़ाने का काम करना है।

यह बातें महापौर गणेश केसरवानी ने कीडगंज स्थित अपने कैम्प कार्यालय में चित्रकला प्रतियोगिता में आए बच्चों को सम्बोधित करते हुए कही। श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान श्री राम के स्थापित होने पर बुधवार को उनके जीवन चित्रण पर चित्रकला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें भाग लेने वाले सभी बच्चों को पुरस्कृत किया। महापौर ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं निश्चित रूप से बच्चों को अपनी संस्कृति के प्रति मार्गदर्शन करती है।

मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि इस अवसर पर 132 बच्चों ने भाग लिया और सभी बच्चों ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी के जीवन चरित्र को चित्रण करने का काम किया। कार्यक्रम का संचालन एवं संयोजक पार्षद मुकेश कसेरा रहे। इस अवसर पर भाजपा नेता पदुम जायसवाल, प्रमोद मोदी, राजेश केसरवानी, संस्कार सिन्हा, दिलीप केसरवानी, त्रियुगी नारायण दीक्षित, विवेक मिश्रा, मनीष केसरवानी, कुश कुमार, अमर सिंह आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त

   

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