सांस्कृतिक विविधता ही है देश की एकता की सूत्रधार : सांसद रामचरण बोहरा

जयपुर, 27 जनवरी (हि.स.)। सांसद रामचरण बोहरा शनिवार को विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी में आयोजित 15वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में आदिवासी युवाओं से रूबरू हुए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप इस कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी युवाओं को सांस्कृतिक लोकाचार, भाषा और लोगों की जीवन शैली को समझने के लिए विभिन्न स्थानों पर जाने का अवसर प्रदान करना है। यह हमारे राष्ट्रीय जीवन की विविधता में एकता को दर्शाता हैं। उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी के अनुरूप अगले 25 वर्षों के भीतर जनजातीय विकास की आवश्यकता पर केंद्र सरकार काम कर रही हैं। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों की सांस्कृतिक समृद्धि को पहचानने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा और राष्ट्र की विकास यात्रा में उन्हें शामिल होने और सशक्त राष्ट्र बनाने का आह्वान किया।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के विज़न में आदिवासी क्षेत्रों में विकास और समस्या ग्रस्त इलाकों में चहुंमुखी विकास प्राथमिकता रहा है। पिछले 10 सालों में इन क्षेत्रों में अभूतपूर्व कार्य हुए हैं। इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क एवं बुनियादी सुविधाओं को प्रथम श्रेणी में रखकर विकास किया जा रहा है। देश के ये सुदूर इलाके अब देश के कोने-कोने से जुड़ रहे हैं और लोक संस्कृति व्यापार पर्यटन एवं अन्य क्षेत्रों में अभूतपूर्व तालमेल दिखाई दे रहा है।

नेहरू युवा केंद्र संगठन के राज्य निदेशक महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम की प्रमुख गतिविधियों में संवैधानिक अधिकारियों, गणमान्य और प्रतिष्ठित हस्तियों के साथ संवादात्मक सत्र, पैनल चर्चा, व्याख्यान सत्र और आजादी का अमृत महोत्सव के तहत गतिविधियां आदि शामिल हैं। आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम की अवधि सात दिन की है।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप

   

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