पुलिस कर्मियों ने फूंके तीन ईव्हीएम,एसडीएम के पत्र से जिला बदर की साजिश हुई उजागर - अजय सिंह

बीजापुर, 05 फरवरी(हि.स.)। राज्य युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह ने बीजापुर एसपी पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। विधानसभा चुनाव के दौरान विधायक विक्रम को जितवाने और भाजपा से प्रत्याशी महेश गागड़ा को हराने की नीयत से बीजापुर एसपी आंजनेय वैष्णव ने उनके विरूद्ध जिला बदर की अवैधानिक कार्रवाई विधायक के दबाव में काम किया। निर्वाचन आयोग के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए विभाग के ऐसे 11 पुलिस कर्मी जिन्हें चुनाव आयोग के आदेश पर पुलिस महानिदेशक द्वारा विभिन्न जिलों में स्थानांतरित किया गया था ,को बगैर किसी उच्चादेश के बीजापुर में पदस्थ रखकर चुनाव को प्रभावित किया गया।

अजय ने कहा कि कथित 11 पुलिस कर्मियों द्वारा भैरमगढ़ के मिरतुर क्षेत्र अंतर्गत तीन पोलिंग बूथ की ईव्हीएम मशीन को जलाया गया।उनके स्थान पर दूसरी ईव्हीएम मशीनें लगाई गई। उक्त पोलिंग बूथ में भाजपा के पक्ष में वोटिंग हुई थी, इस कृत्य की जानकारी उन्हें पुलिस विभाग के कुछ अफसरों से हासिल हुई है, लिहाजा वे पूरे विषय की निष्पक्ष जांच की मांग भी करते हैं।

ईव्हीएम जलाने जैसे सनसनीखेज आरोप लगा रहे अजय ने अपने विरूद्ध जिलाबदर की कार्रवाई में भी बड़ा खुलासा किया है। एसडीएम न्यायालय बीजापुर और भैरमगढ़ के पत्र का हवाला देते अजय ने कहा कि उन्हें जो पत्र प्राप्त हुए हैं, उनमें एसडीएम न्यायालय की तरफ से कहा गया है कि उनके विरूद्ध कोई भी प्रतिबंधात्मक प्रकरण पंजीबद्ध ना होना पाया गया है। पत्रों के हवाले से अजय ने एसपी आंजनेय वार्ष्णेय पर न्यायालय कलेक्टर को गुमराह करने और पूर्व कलेक्टर राजेंद्र कटारा पर विधायक के दबाव में उन पर अवैधानिक रूप से जिला बदर की कार्रवाई का आरोप लगाया है।

अजय ने कहा कि एसडीएम न्यायालय के पत्र से अब साफ हो गया है कि एसपी-कलेक्टर ने विधायक विक्रम को चुनावी लाभ पहुंचाने ना सिर्फ उनके विरूद्ध साजिश रची थी बल्कि इस कृत्य से परिवार को मानसिक क्षति पहुंची है। विधायक के खास एवं बीजापुर पालिका उपाध्यक्ष पुरषोत्तम सल्लूर द्वारा सोशल मीडिया पर प्रतिबंधात्मक प्रकरणों में आरोप बताए जाने पर अजय ने सल्लूर समेत बीजापुर जिला कांग्रेस को लेकर कहा है कि सल्लूर ने जो आरोप उन पर लगाए है उन्हें कांग्रेस अब सिद्ध करें।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे

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