वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट से नई पीढ़ी में होगा शौर्य का संचार

वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट से नई पीढ़ी में होगा शौर्य का संचार

उदयपुर, 08 फरवरी (हि. स.)। राजस्थान सरकार द्वारा गुरुवार को प्रस्तुत बजट में महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपये की घोषणा को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति उदयपुर ने मेवाड़ के गौरवशाली इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने के लिए बेहतर कदम बताया है।

वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप समिति उदयपुर के अध्यक्ष पूर्व कुलपति प्रो. बीएल चौधरी ने कहा कि महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट सिर्फ पर्यटन की दृष्टि से ही नहीं, अपितु नई पीढ़ी भी भारतवर्ष के गौरवशाली इतिहास के दर्शन का भी माध्यम होगा। यह सर्किट युवाओं में शौर्य का संचार करेगा। मातृभूमि के लिए सर्वस्व अर्पण करने वाले वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप का इतिहास में उचित मान स्थापित करने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है।

समिति के अंतर्गत संचालित प्रताप गौरव केन्द्र राष्ट्रीय तीर्थ के निदेशक अनुराग सक्सेना ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप मेवाड़ ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण भारतवर्ष के प्रेरणास्रोत हैं। मेवाड़ का इतिहास पूरे विश्व के इतिहास से ज्यादा वजन रखता है। प्रताप गौरव केन्द्र महाराणा प्रताप की शौर्यगाथा को जन-जन तक पहुंचाने का ही एक प्रयास है। इसी दिशा में राजस्थान सरकार द्वारा महाराणा प्रताप के जीवन से जुड़े विभिन्न स्थलों चावण्ड, हल्दीघाटी, गोगुन्दा, कुम्भलगढ़, दिवेर, उदयपुर आदि को सम्मिलित करते हुए महाराणा प्रताप टूरिस्ट सर्किट विकसित करने के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान एक अच्छी पहल है।

हिंदुस्थान समाचार/सुनीता कौशल/संदीप

   

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