जगदलपुर : प्रतिवर्ष बस्तर के बाजारों में खुलेआम बेचे जाते हैं पांच हजार तोते के बच्चे

जगदलपुर, 12 फरवरी (हि.स.)। शहर के संजय मार्केट में इन दिनों बस्तर का चर्चित करनसुआ 1500 रुपये जोड़ी की दर से बेचा जा रहा है। इसके बावजूद लोग इसे खरीदने टूट पड़े हैं। उल्लेखनीय है कि तोता वन्य जीव है और इसकी खरीद-बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित है। तोता पालना लोगों का पुराना शौक है। लोग तोते को घर का सदस्य की तरह पालते-पोसते हैं। इसके चलते खासकर बस्तर के करन सुआ की मांग संबसे ज्यादा है।

बस्तर में तोते की पांच से अधिक प्रजातियां हैं। यहां का तोता देश के विभिन्न स्थानों को भेजा जा रहा है। इसके चलते एक तरफ बीजापुर से लेकर धनपुंजी तक तो दूसरी तरफ चारामा से लेकर कोंटा तक वन्य प्राणी निरीह तोते बच्चों को पकड़ कर सैकड़ों हाट बाजारों में इन्हे खुलेआम बेचा जा रहा है। इन दिनों शहर के संजय मार्केट में करन सुआ प्रजाति के छोटे-छोटे बच्चों को 1500 रुपये जोड़ी की दर से खुलेआम बेचा जा रहा है, जबकि बाजार में सिर्फ 100 मीटर दूर संभाग का सबसे बड़ा वन अधिकारी कार्यालय है।

सेवानिवृत्त वन अधिकारी बंशीलाल विश्वकर्मा ने बताया कि बस्तर से प्रतिवर्ष कम से कम पांच हजार तोते के बच्चे पकड़कर ग्रामीण बेचते हैं। तोते बेचने वाले ग्रामीणें के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बस इन्हें समझा कर छोड़ दिया जाता है, इसलिए वे चेत नहीं रहे हैं और उन्हें कोई भय भी नहीं।

हिन्दुस्थान समाचार/राकेश पांडे

   

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