खेती-बाड़ी के लिए किसानों को सही समय पर मिली बोनस की राशि

किसान  पूरनचंद सोनी व गीता।

चिंता की लकीर हुई दूर, अच्छी फसल लेने के लिए करेंगे राशि का उपयोग

रायपुर, 13 फ़रवरी (हि.स.)। दूरस्थ अंचल के किसान दंतेवाड़ा जिले के गीदम निवासी पूरनचंद सोनी दो साल का बकाया बोनस राशि 64 हजार 480 रुपये खाते में आने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को धन्यवाद देते हुए कहा कि बोनस की राशि का उपयोग कृषि कार्य में करेंगे। अच्छी खेती-बाड़ी करने के लिए भूमि की मरम्मत भी कराने की बात कही है।

गांव चितालंका निवासी राजेन्द्र सेठिया ने बताया कि 27 क्विंटल का धान बेचने पर उन्हें दो साल की बोनस राशि 64 हजार 640 रुपये मिली है। पैसे का उपयोग बच्चे की अच्छी पढ़ाई-लिखाई और उनकी स्कूल फीस भरने के लिए करेंगे। गांव कवलनार की महिला कृषक गीता और ग्राम भोगाम के किसान नतरूराम ने भी बोनस राशि मिलने पर मुख्यमंत्री का आभार जताया है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों को वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 के धान का दो साल का बकाया बोनस राशि डीबीटी के माध्यम से अंतरित की गई है। राशि मिलने पर किसानों के चेहरे पर प्रसन्नता के साथ चिंता की लकीर भी मिट गई है। 25 दिसंबर 2023 को सुशासन दिवस के अवसर पर बोनस राशि किसानों के खातों में दिया गया है। किसानों ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने सही समय पर बोनस राशि देकर खेती-बाड़ी की चिंता दूर कर दी है।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल

   

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