रामगोविंद चौधरी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में सपा अध्यक्ष को लिखा पत्र

लखनऊ, 14 फरवरी (हि.स.)। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद पार्टी में संग्राम छिड़ गया है। इस इस्तीफे के बाद सपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व नेता विरोधी दल रामगोविन्द चौधरी खुलकर स्वामी प्रसाद के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने इसके लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखकर स्वामी प्रसाद मौर्य को पिछड़ों का बड़ा नेता बताते हुए उन्हें पार्टी हित में बनाए रखने की पुरजोर वकालत की है।

रामगोविन्द चौधरी ने सपा अध्यक्ष को सम्बोधित पत्र में लिखा कि आप जानते हैं और आप के माध्यम से हम सभी जानते हैं कि डबल इंजन की सरकार का विश्वास संविधान सम्मत शासन में नहीं है। यह सरकार पिछड़े, अतिपिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक और सवर्ण समाज के गरीबों का हक छीनकर अपने कुछ उद्यमी मित्रों और उनके हित को ही देश हित मानने वाले लोगों को लगातार देती जा रही है। सरकार की नीतियों के चलते महंगाई चरम पर है। बेरोजगारी सुरसा की तरह मुंह बाए खड़ी है। युवा रोजगार की तलाश में युद्ध के आगोश में जी रहे हैं और इसराइल भी जाने को तैयार हैं। अभाव से परेशान लोग आए दिन आत्महत्या कर रहे हैं और डबल इंजन की यह सरकार इसी को राम राज बता रही है।

स्वामी प्रसाद मौर्य पिछड़े समाज से आते हैं। अपने जुझारू स्वभाव की वजह से इस समाज में उनका एक विशेष स्थान है। उनका पदाधिकारी बने रहना समाजवादी पार्टी के हित में है। इसलिए मेरा आग्रह है कि उनका इस्तीफा स्वीकार न किया जाए। यह मेरी व्यक्तिगत राय है। इस सम्बन्ध में जो आपका निर्णय होगा, उसे मैं अपनी राय मानकर इस पत्र को भूल जाऊंगा।

हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/सियाराम

   

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