लोकसभा चुनाव में युवाओं को ठगने 33 हजार शिक्षकों की भर्ती : कांग्रेस

रायपुर, 15 फ़रवरी (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री के 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की घोषणा पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि शिक्षा के बजट में विगत वर्ष की तुलना में चार प्रतिशत की भारी भरकम कटौती करने वाली साय सरकार केवल आगामी लोकसभा चुनाव में लाभ पाने के लिए युवाओं को ठगने एक बार फिर से जुमला फेंक रही है। 2003 से 2018 तक सरकार में रहे लेकिन नियमित शिक्षक के एक भी पद पर भर्ती नहीं कर पाए और अब फिर से झांसा दे रहे हैं।

सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि जिस तरह से 2014 में भाजपा ने दो करोड़ रोजगार हर साल देने का वादा किया था, मोदी सरकार के 10 साल में 20 करोड़ युवाओं को रोजगार मिलना था, आबादी के अनुपात में छत्तीसगढ के लगभग 30 लाख युवाओं को नौकरी मिलना था, लेकिन एक भी युवा को केंद्र सरकार रोजगार देने में नाकाम रही। भाजपा सरकार में बेरोजगारी दर चिंताजनक स्तर पर पहुंचा दिया गया है।

सुरेंद्र वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 2003 से 2018 तक भाजपा सरकार के दौरान 3000 से ज्यादा स्कूल बंद किए गए। हर जिले में चलने वाले उत्कृष्ट मॉडल स्कूल को निजी क्षेत्र की संस्था डीएवी को बेचने का पाप भी पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने किया था। कांग्रेस की सरकार ने न केवल भाजपा के सरकार के समय बंद किए गए उन 3000 स्कूलों को पुनः खोले, बल्कि 647 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय खोले। कांग्रेस की भूपेश सरकार ने एक लाख़ 47 हज़ार से ज्यादा शिक्षाकर्मियों को शिक्षा विभाग में संविलियन कर नियमित शिक्षक बनाया। पहले 14800 फिर 12780 पदों पर निर्मित शिक्षक के रूप में भर्तियां की। भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और युवाओं के हित से कोई सरकार नहीं है। केवल चुनावी लाभ के लिए यह जुमलेबाजी कर रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल

   

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