बंदूक छोड़ उल्फाइयों ने शुरू की खेती

दरंग (असम), 21 फरवरी (हि.स.)। दरंग जिला में पूर्व यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट आफ असम (उल्फा) का एक समूह बंदूकें छोड़कर खेतों में मेहनत-मशक्कत कर आत्मनिर्भर की राह पर चलना शुरू कर दिया है।

सरकार से मिली जमीन पर उल्फा के समूह खेती कर रहा है और वहीं उन्होंने महिलाओं के एक वर्ग को खेतों में काम करने का अवसर भी दिया है। दरंग जिले के विभिन्न हिस्सों में लगभग 350 बीघा भूमि पर उल्फा के 15 पूर्व सदस्य बंदूकें छोड़कर धान, सरसों, मक्का और सेब की उन्नत किस्मों की खेती कर रहे हैं। इन लोगों ने लगभग 35 बीघा भूमि पर आलू की उन्नत किस्मों की खेती कर रखी है। इन पूर्व उल्फाइयों को कृषि करने के लिए असम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही पूर्व उल्फाई प्राणजित सैकिया ने प्रोत्साहित किया है। हालांकि, उपज को नुकसान से बचाने के लिए भंडारण की अधिक व्यवस्था नहीं है।

उल्लेखनीय है कि एक समय हाथों में बंदूक लेकर घने जंगलों में रहकर समाज के लिए सिरदर्द बने उल्फाई अब समाज के लिए एक आदर्श स्थापित करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। लोगों ने उल्फाइयों के इस कदम की सराहना की है। साथ ही अन्य लोगों से इससे सीख मिलने की भी बात कही जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ प्रकाश/अरविंद/सुनील

   

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