रायगढ़ : प्रधानमंत्री लारा सुपर ताप विद्युत परियोजना चरण-I को राष्ट्र को समर्पित करेंगे

राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम के लारा सुपर ताप विद्युत परियोजना चरण-II की आधारशिला भी रखेंगे

रायगढ़ के शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में होगा वर्चुअल आयोजन

रायगढ़, 23 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 24 फरवरी को दोपहर 12:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘विकसित भारत विकसित छत्तीसगढ़’ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान 34 हजार 400 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। यह परियोजनाएं सड़क, रेलवे, कोयला, बिजली और सौर ऊर्जा सहित कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को पूरा करती है। रायगढ़ जिले सहित प्रदेश के सभी विधानसभा में कार्यक्रम का वर्चुअल आयोजन किया जाएगा। रायगढ़ में जिला मुख्यालय के शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में वर्चुअल कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम के लारा सुपर ताप विद्युत परियोजना चरण- I (2×800 मेगावाट) को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम के लारा सुपर ताप विद्युत परियोजना चरण- II (2×800 मेगावाट) की आधारशिला रखेंगे। राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम के लारा सुपर ताप विद्युत केंद्र के चरण- I को लगभग 15 हजार 800 करोड़ रुपये के निवेश से बनाया गया है और परियोजना के चरण-II का निर्माण चरण-I परिसर की उपलब्ध भूमि पर किया जाएगा। इस प्रकार विस्तार के लिए अतिरिक्त भूमि की आवश्यकता नहीं होगी और इसमें 15 हजार 530 करोड़ रुपये का निवेश होगा। अत्यधिक कुशल सुपर क्रिटिकल तकनीक (चरण-I के लिए) और अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल तकनीक (चरण-II के लिए) से सुसज्जित, यह परियोजना कम विशिष्ट कोयला खपत और कम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन सुनिश्चित करेगी। जबकि चरण- I और चरण-II दोनों से 50 प्रतिशत बिजली छत्तीसगढ़ राज्य को आवंटित की जाएगी। यह परियोजना गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, दमण और दीव, दादरा और नगर हवेली सहित अन्य जैसे कई अन्य राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में बिजली व्यवस्था में सुधार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

प्रधानमंत्री साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की तीन प्रमुख फर्स्ट माइल कनेक्टिविटी (एफएमसी) परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनकी कुल लागत 600 करोड़ रुपये से अधिक है। यह परियोजनाएं कोयले की तेज़, पर्यावरण-अनुकूल और कुशल मशीनीकृत निकासी में मदद करेंगे। इन परियोजनाओं में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के दीपका क्षेत्र में दीपका ओसीपी कोल हैंडलिंग प्लांट, एसईसीएल के रायगढ़ क्षेत्र में छाल और बरौद ओसीपी कोल हैंडलिंग प्लांट शामिल हैं।

प्रधानमंत्री क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन को प्रोत्साहन देने के लिए एक कदम के रूप में, राजनांदगांव में लगभग 900 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सौर पीवी परियोजना का उद्घाटन करेंगे। परियोजना सालाना अनुमानित 243.53 मिलियन यूनिट बिजली पैदा करेगी और 25 वर्षों में लगभग 4.87 मिलियन टन कार्बन डाइ ऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करेगी, जो उसी अवधि में लगभग 8.86 मिलियन पेड़ों द्वारा अवशोषित कार्बन के बराबर है।

हिन्दुस्थान समाचार /रघुवीर प्रधान

   

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