तंबाकू नियंत्रण को कार्यशाला में हुआ मंथन

-व्यापारी बोले तंबाकू नियंत्रण को पहल जरूरी, प्रशासन भी सख्ती करे

नई टिहरी, 27 फरवरी (हि.स.)। स्वास्थ्य विभाग ने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों व व्यापारियों के साथ तंबाकू निषेध को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें तंबाकू के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए इससे युवाओं को दूर रखने की अपील की गई।

मंगलवार को नई टिहरी में व्यापारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग ने राष्ट्रीय तंबाकू निषेध कार्यक्रम के तहत कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर डा. रीना ने बताया कि आज के बच्चे नशे की गिरफ्त में आते जा रहे हैं, जिससे भावी पीढ़ी का भविष्य खराब हो रहा है। उन्होंने तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट, गुटखा आदि नशीली वस्तुओं के बढ़ते सेवन पर चिंता व्यक्त करते हुए व्यापारियों को इसके दुष्प्रभाव के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि सरकार द्वारा इन उत्पादों को लाइसेंस की परिधि में लाया जा रहा है, जिससे हर कोई तम्बाकू और गुटखा नहीं बेच पायेगा।

उन्होंने कहा कि तम्बाकू बनाने में सात हजार से अधिक हार्म फुल केमिकल का प्रयोग किया जाता है।जो हमारे शरीर को डैमेज करते है। आज टीवी, कैंसर, हार्ट अटैक जैसी बीमारी का कारण ये चीजे हैं। तंबाकू निषेध में उन्होंने व्यापारियों से सहयोग करने की अपील की। व्यापार मण्डल के जिला महामंत्री करम सिंह तोपवाल ने कहा कि पहले हमें स्वयं इसको रोकने के प्रयास करने चाहिए। तभी प्रशासन भी इसको रोकने में सक्षम होगा। टिहरी व्यापार मण्डल अध्यक्ष ज्योति प्रसाद डोभाल ने कहा कि स्कूलों से 100 मीटर की परिधि के भीतर इन चीजों पर प्रतिबन्ध प्रशासन द्वारा सख्ती से लागू करना चाहिए।

इस मौके पर डॉ रीना, मधु डोभाल, ज्योति प्रसाद डोभाल, मनोज चमोली, शक्ति प्रसाद चमोली, विनोद नौटियाल, शीशपाल, भवान सिंह कठैत, किशोरी लाल चमोली, आनंद सिंह तोपवाल, राकेश आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप डबराल/रामानुज

   

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