जयपुर में होली का रंग चढ़ने लगा: सजने और बिकने लगीं रंग, गुलाल सहित पिचकारियां

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जयपुर, 21 मार्च (हि.स.)। होली के पर्व के चार दिन शेष रह गए हैं। राजधानी जयपुर में होली का रंग चढने लग गया और मुख्य बाजारों सहित अन्य बाजारों में रंग, गुलाल और पिचकारियों की बहार आई हुई। बच्चे अभी से पिचकारियों से पानी उड़ेलने लगे हैं। इस बार भी दुकानदार हर्बल, खुशबूदार तथा थ्रीडी गुलाल को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। साथ ही शहरवासियों का रुझान भी आर्गेनिक कलर और शुद्ध गुलाल की ओर ज्यादा है। होली 24 मार्च और धुलंडी 25 मार्च को है।

होली के नजदीक आते ही शहर के बाजारों में पिचकारियों की दुकानें सजने लगी हैं। इस बार सिलेण्डर वाली पिचकरी लोगों को खूब भा रहा है। जिसे दबाते हुए खुशबूदार गुलाब निकलता है। बच्चों के पसंदीदा पानी टैंक और बन्दूक(गन) वाली पिचकारी भी बाजारों में देखी जा रही है। इसके अलावा थाली को उलटा करते ही पानी की बौछार, छोटा भीम,तीर वाली पिचकारी और कालिया की जोड़ी धमाल मचाने को तैयार है।

दुकानदार सुनील कुमार साहू ने बताया कि होली पर्व के लिए बाजारों में विभिन्न प्रकार की पिचकारी, रंग-अबीर, टोपी आदि की बिक्री शुरू हो गई है। इस साल होली पर्व पर पिचकारी का दाम गत वर्ष की अपेक्षा अधिक है। बाजार में मोटू-पतलू, पोकेमान, डोरेमन, स्पाइडर मैन, बैडमैन, अग्गी आदि नामों से पिचकारी बिक रही है। इसके अलावा दवा छिड़कने वाली स्प्रे मशीन की शक्ल में पिचकारी बच्चों के आकर्षण का केन्द्र बनी है। कई राजनेताओं की तस्वीर लगी पिचकारी भी बाजारों में उपलब्ध है। इस बार बुलडोजर, वाटर टैंक, वजूबा, स्पाइडर मैन की पिचकारियां बच्चों को खूब पसंद आ रही हैं। इसके अलावा डरावने मुखौटे भी दुकानों पर सजे है। बाजार में होली खेलने को लेकर टोपी, टी-शर्ट, पगड़ी, कुर्ता पायजामा समेत अन्य वस्तुएं भी बहुतायत में उपलब्ध है। हर्बल रंग व गुलाल को लोग पसंद कर रहे है। बाजार में रंग व गुलाल के पैकेट 10 से 50 रुपये तक बिक रहा है। बाजार में होली के लिए ऑर्गेनिक कलर और शुद्ध गुलाल आए हैं। इससे त्वचा पर कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा।

दुकानदार नवरतन जैन ने बताया कि लोगों ने पापड़, चिप्स, मैदा, रिफाइन आदि की खरीदारी शुरू कर दी हैं। घरों में भी महिलाएं आलू व साबूदाना के पापड़ व चिप्स बनाने लगी हैं। दुकानदारों के अनुसार इस साल चुनाव के चलते सामानों के दाम में बढ़ोतरी नहीं की गई है।

बाजार में बढ़ रही चहल पहल से अब दुकानों में बढ़ी रौनक

बाजार में बढ़ रही चहल पहल से अब दुकानों में रौनक बढ़ रही है। दुकानदारों का कहना है कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार बाजार में अधिक रौनक है। दुकानदार रौनक का कहना है कि पिछली बार बाजार ढीला था। लेकिन इस बार बाजार में तेजी की उम्मीद है। होली आपसी रंजिशों को भूल कर दिल से दिल मिलाने का त्योहार है।

मुखौटा और पिचकारी बच्चों की पहली पसंद

बाजारों में 30 रुपये से लेकर 500 रुपये तक की पिचकारी और 60 रुपये की टोपी और 50 रुपए में मुखौटा खरीदारी ज्यादा लोग कर रहे हैं। भूत प्रेत, जानवरों सहित विभिन्न तरह के हैरतअंगेज करने वालों के मुखौटे बिक रहे हैं।

चंग की थाप रात के बजाय अब दिन भी सुनाई दे रही

रंगीले राजस्थान की होली का अनोखा अंदाज और इसकी परंपराएं सदियों से चली आ रही हैं। राजधानी में अब फाग के रंगों के साथ होली की गैर निकलनी शुरू हो गई है। चंग की थाप रात के बजाय अब दिन भी सुनाई दे रही है। फागुन की मस्ती में लोग चंग व झींझा बजाते हुए कर्णप्रिय फागण गीत गाते दिखाई दे रहे हैं। इन दिनों जयपुर के मंदिरों सहित कई समजों में फागोत्सव की शुरुआत हो गई है।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप

   

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