पोस्ट ग्रेजुएशन स्टूडेंट यूनियन छात्रसंघ की अभाविप को बैन करने की बात हास्यास्पद एवं असंवैधानिक
- Admin Admin
- Mar 24, 2024
-लाचित बोरफुकन एवं मां कामाख्या का बैनर जला अपमानित करने वाले मानसिक दिवालियापन के शिकार:हेरोल्ड मोहन
गुवाहाटी, 24 मार्च (हि.स.)। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप), असम के कार्यकर्ताओं द्वारा गत 18 मार्च को आयोजित छात्र-नेता सम्मेलन में असमिया संस्कृति के प्रतीक लाचित बोरफुकन तथा मां कामाख्या के चित्र लगे अभाविप के बैनर को एनएसयूआई एवं आसू कार्यकर्ताओं द्वारा जलाए जाने पर विरोध प्रर्दशन किया गया। गौहाटी विश्वविद्यालय के पोस्ट ग्रेजुएशन स्टूडेंट यूनियन द्वारा बिना अधिकार अभाविप को विश्वविद्यालय में बैन करने की मांग की अभाविप निंदा करती है एवं ऐसे कृत्यों द्वारा अराजकतापूर्ण स्थिति उत्पन्न करने पर इनपर कार्रवाई की मांग करती है।
अभाविप ने आज इसके विरुद्ध विभिन्न स्थानों पर आंदोलन किया। असमिया संस्कृति पर किए गए इस अपमान के विरुद्ध गौहाटी विश्वविद्यालय में अभाविप द्वारा लाचित बोरफुकन की प्रतिमा स्थापित करने का कार्य किया जाएगा। घोषणा के उपरांत ही स्थानीय छात्रसंघ ने एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन कर अभाविप जैसे छात्र संगठन को बैन करने की बात कही है, अभाविप ऐसी बातों का विरोध करती है एवं इस कृत्य में शामिल आसू एवं एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की मांग करती है। बिना अधिकार के इस तरह की घोषणाएं करना उनकी मानसिक दिवालियापन का परिचायक है। अभाविप छात्र समुदायों से असमिया संस्कृति विरोधी ऐसे छात्र संगठनों का विरोध करने एवं गौहाटी विश्वविद्यालय में लाचित बोरफूकन की प्रतिमा स्थापित कराने में सहयोग करने की अपील करती है।
अभाविप, असम प्रदेश के प्रदेश मंत्री हेरोल्ड मोहन ने कहा, विशिष्ट असमिया संस्कृति के प्रतीक लाचित बोरफुकन तथा मां कामाख्या की प्रतिमा को जलाने का कृत्य निंदनीय है। अभाविप इसके विरोध में उसी स्थान पर लाचित बोरफुकन की प्रतिमा स्थापित करने का कार्य करेगी। संस्कृति विरोधी छात्र संगठनों द्वारा अभाविप पर बैन लगाने की बात कही गई है, जिसे अभाविप पूर्ण रूप से अस्वीकार करती है। बिना अधिकार किसी शक्ति को प्रयोग करने की बात उनके मानसिक का परिचायक है। अभाविप स्थानीय प्रशासन से लाचित बोरफुकन तथा मां कामाख्या की तस्वीर लगे अभाविप बैनर को जलाने एवं बिना अधिकार शक्तियों के प्रयोग करने की बात कर अराजकता फैलाने पर एनएसयूआई तथा आसू कार्यकर्ताओं पर त्वरित कार्रवाई हेतु मांग करती है।
हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/आकाश