राज्यपाल बोले-स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद बेहतरीन, केवल पैकेजिंग और ब्रांडिंग की जरूरत

- उत्पादों की पैकेजिंग और ब्रांडिंग के लिए विश्वविद्यालय के कुलपतियों से मांगा सहयोग

- राजभवन में राज्यपाल के साथ निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की हुई बैठक

देहरादून, 27 मार्च (हि.स.)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने बुधवार को राजभवन में निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक की। राज्यपाल ने कहा कि राज्य के विकास एवं प्रगति में विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका है। विश्वविद्यालय यह प्रयास करें कि शोध एवं अनुसंधान का लाभ प्रदेश, युवाओं और आम आदमी को मिले।

राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय गुणवत्तापरक के साथ शिक्षा को रोजगारपरक बनाकर अपना बहुमूल्य योगदान दे रहें हैं। उन्होंने सभी निजी एवं राजकीय विश्वविद्यालयों की सर्वोत्तम प्रथाओं (बेस्ट प्रैक्टिसेज) को आपस में साझा करने और उपलब्धियों के प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि बदलते समय में विश्वविद्यालयों को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मेटा तथा क्वांटम जैसी नवीन तकनीकों को अपनाकर उसमें शोध एवं अनुसंधान को बढ़ावा देना होगा।

सामाजिक, आर्थिक समस्याओं के समाधान के लिए शोध और अध्ययन पर दें जोर-

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपतियों से अपेक्षा की कि वे महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की पैकेजिंग और ब्रांडिंग के लिए सहयोग करें। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद बेहतरीन हैं। उन्हें केवल पैकेजिंग और ब्रांडिंग किए जाने की जरूरत है। विश्वविद्यालयों को विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं के समाधान के लिए शोध एवं अध्ययन को बढ़ावा देना चाहिए।

कुलपतियों ने विश्वविद्यालयों के प्रयासों, उपलब्धियाें और गतिविधियों की दी जानकारी-

बैठक में कुलपतियों ने विश्वविद्यालय में अपनाई जा रही बेस्ट प्रैक्टिसेज, उपलब्धियों व अन्य गतिविधियों की जानकारी दी। राज्य के विशिष्ट विकास पर किए जा रहे अनुसंधान एवं शोध बताए। इसके अलावा आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए विश्वविद्यालयों के प्रयासों और छात्रवृत्ति प्रदान किए जाने के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी। बैठक में सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगौली, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन आदि थे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज

   

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