पुलिस की छवि को नए स्तर पर ले जाएंगे रिक्रूट आरक्षी: एडीजीपी

- पुलिस की समस्त विधाओं में पारंगत किए गए आरक्षी, तकनीकी रूप से बनेंगे दक्ष

- उत्तराखंड पुलिस के रिक्रूट आरक्षियों की पासिंग आउट परेड का आयोजन

देहरादून, 31 मार्च (हि.स.)। एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय जॉलीग्रांट में रविवार को उत्तराखंड पुलिस के नवनियुक्त रिक्रूट आरक्षियों का आधारभूत गहन प्रशिक्षण पूर्ण होने के पश्चात दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन किया गया। सबसे पहले मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अमित सिन्हा को सलामी दी गई।

मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक प्रशासन अमित सिन्हा ने दीक्षांत परेड का निरीक्षण करने के बाद कहा कि सभी नौकरियों में पुलिस की नौकरी सबसे अलग होती है। पुलिस की वर्दी पहनना गौरव की बात है। आरक्षी पुलिस विभाग का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसकी कार्यप्रणाली से पुलिस की सकारात्मक छवि देश-प्रदेश एवं समाज में प्रदर्शित होती है। उन्होंने कहा कि आधारभूत प्रशिक्षण के बाद रिक्रूट आरक्षी पुलिस विभाग में उन तकनीकों से रूबरू होंगे और पुलिस की छवि को नए स्तर पर ले जाएंगे।

इससे पूर्व परेड कमांडर आरक्षी विकास सिंह के नेतृत्व में परेड की छह टुकड़ियों ने सधे हुए कदमों, जोश और उमंग के साथ तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मार्च पास्ट करते हुए भव्य परेड का प्रदर्शन किया।

एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पहली बार एसडीआरएफ वाहिनी जौलीग्रांट में नवनियुक्त आरक्षी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। प्रशिक्षण के दौरान रिक्रूट आरक्षियों (नागरिक पुलिस) को पुलिस प्रशिक्षण की समस्त विधाओं में पारंगत किया गया। इसके अंतर्गत ड्रिल प्रशिक्षण, यातायात नियंत्रण, भीड़ नियंत्रण, शस्त्र प्रशिक्षण, फील्ड क्राफ्ट, मैप रीडिंग, आपदा प्रबंधन के बारे में गहन अभ्यास कराया गया। साथ ही रिक्रूट आरक्षियों को सीसीटीएनएस, ड्रोन तकनीक, सीसीटीवी फुटेज एनालिसिस, फारेंसिक साइंस और साइबर अपराध जैसे विषयों में तकनीकी रूप से दक्ष किया गया।

आरक्षी अमन बने आरटीसी के बेस्ट कैडेट, शस्त्र प्रशिक्षण में आरक्षी सुमित सिंह अव्वल

मुख्य अतिथि ने सर्वोच्च प्रदर्शन के लिए चयनित प्रशिक्षुओं को विभिन्न पुरस्कारों से अलंकृत किया। ड्रिल प्रशिक्षण के लिए आरक्षी मयंक तिवारी, पुलिस प्रशिक्षण में आरक्षी प्रियांशु अव्वल रहे। वहीं फील्ड क्राफ्ट के लिए आरक्षी गौरव रावत, शस्त्र प्रशिक्षण के लिए आरक्षी सुमित सिंह, फायरिंग में आरक्षी अमन को पुरस्कृत किया गया। शारीरिक प्रशिक्षण की परीक्षा में आरक्षी ललित मोहन, आउटडोर में आरक्षी मयंक तिवारी अव्वल रहे। इंडोर टॉपर के लिए आरक्षी मानवेंद्र शाह को चुना गया। परेड के नेतृत्व के लिए परेड कमांडर आरक्षी विकास सिंह और अनुशासन के लिए आरक्षी संदीप पटवाल को सम्मानित किया गया। बेस्ट टीचर के लिए एसआई प्रेमा कांडपाल, बेस्ट ड्रिल टीचर के लिए आरक्षी अरविंद सिंह, बेस्ट पीटी टीचर के लिए आरक्षी राहुल शर्मा, मेजर मैनेजमेंट के लिए मुख्य आरक्षी विजय कोठियाल और सम्पूर्ण प्रशिक्षण के लिए निरीक्षक प्रशिक्षण प्रमोद रावत को पुरस्कृत किया गया।

आधारभूत प्रशिक्षण एसडीआरएफ टीम के लिए सम्मान का विषय

पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ रिधिम अग्रवाल ने कहा कि आपदा राहत प्रशिक्षण के साथ साथ रिक्रूट आरक्षियों के आधारभूत प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक संचालित कराना एसडीआरएफ टीम के लिए सम्मान का विषय है। उन्होंने प्रशिक्षण अवधि के दौरान महत्वपूर्ण कांवड़ मेला ड्यूटी में रिक्रूट आरक्षियों के कार्यों की सराहना की।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/सत्यवान/सुनील

   

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