रायगढ़ लोकसभा की जनता अब रबर स्टाम्प वाला सांसद बर्दाश्त नहीं करेंगी : मेनका सिंह

भाजपा नेत्री पूनम सोलंकी के बयान पर कांग्रेस उम्मीदवार मेनका सिंह ने किया पलटवार

रायगढ़ , 2 अप्रैल (हि.स.)।नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी के बयान पर कांग्रेस उम्मीदवार मेनका सिंह ने मंगलवार को पलटवार करते हुए कहा कि 1976 में मेडिकल कॉलेज भोपाल से एमबीबीएस पास कर इस क्षेत्र की पहली महिला डॉक्टर बनने के बाद मैंने किसी बड़े शहर के अस्पताल की नौकरी नहीं की। नर्सिंग होम नहीं खोला। इस पेशे से एक पैसा नहीं कमाया। बल्कि झोला लेकर सारंगढ़ के जंगली इलाको में आदिवासियों के इलाज में जीवन गुजारा है। कोढ़, फाइलेरिया, टीबी, घेंघा और दूसरी बीमारियों पर उनके काम को दुनिया भर में सराहा गया है। और पिछले 40 साल हजारों आदिवासियों और दलितों की जिंदगियां बचाने में उनका मुफ्त दवाइयों से भरा झोला ही मददगार रहा है। शायद इस बात से पूनम वाकिफ हो गयी है।

उल्लेखनीय है कि भाजपा नेत्री पूनम सोलंकी ने उन्हें झोला छाप डॉक्टर कहा था। डॉक्टर मेनका ने कहा कि पूनम अभी युवा है, और दूसरे आम युवाओं की तरह भारतीय जनता पार्टी की झोला छाप राजनीति से परेशान हैं। केंद्र की झोला छाप एंटायर इकॉनमिक्स ने देश पर ढाई सौ लाख करोड़ का कर्ज चढ़ा दिया है। बेरोजगारी और महंगाई से जनता त्राहि त्राहि कर रही है। इडी- सीबीआई को वसूली गैंग बनाने वाली केंद्र सरकार का झोला उठवाना अब तय कर लिया गया है।

मेनका सिंह ने कहा कि रायगढ़ जिले को ऐसा सांसद चाहिए, जो रायगढ़ के मुद्दे, संसद में जाकर कहे। न कि दिल्ली की भाजपा का एजेंडा रायगढ़ में आकर चलाये। रायगढ़ की जनता की आवाज है कि उसे अब एक पढा लिखा, समझ बूझ वाला प्रतिनिधि चाहिए। रायगढ़ लोकसभा की जनता अब रबर स्टॉम्प वाला सांसद बर्दाश्त नहीं करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ रघुवीर प्रधान

   

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