बनी में माता के निशान पालकी में ढोल नगाड़ों के साथ पहुंचे जोड़ेयां दरबार

बनी।
मंगलवार पहले नवरात्रे के पर्व पर सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार गांव दनी से जोड़ेयां माता के निशान सुबह पालकी में सवार होकर ढोल नगाड़ों के साथ जोड़ेयां माता दरबार पर पहुंचे जहां पर जोड़ेयां लंगर कमेटी चैरिटेबल ट्रस्ट बांजल और मंदिर ट्रस्ट ने साथ-साथ श्रद्धालुओं ने माता का भव्य स्वागत किया। लंगर कमेटियों ने भी किए माता के दर्शन। वहीं, दूसरी ओर दोले माता के दरबार पर भी सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया जबकि बनी शक्ति माता मंदिर, चंडी माता भंडार, ज्वाला माता डगर मैं भी श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। चैत्र नवरात्र के पहले दिन जोड़ेयां माता की पालकी दरबार पर पहुंचने के पश्चात माता के चेले धर्म चंद ने माता की पूजा अर्चना की और कंचन पूजन किया गया इसके पश्चात माता का दरबार श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया। इसी तरह दोले माता के दरबार शक्ति माता, चंडी माता, ज्वाला माता के दरबार पर भी सुबह हवन और पूजा अर्चना की गई जबकि कंजक पूजन के पश्चात दरवाजों को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया। जोड़ेयां माता के दरबार पर सुबह से ही श्रद्धालुओं का बीच-बीच में आना जारी रहा। जोड़ेयां माता के चेले धर्मचंद और उपरोक्त ट्रस्ट के प्रधान सुशील कुमार बंजलिया ने बताया की पहले दिन लगभग शाम तक लगभग 600 से 700 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हालांकि श्रद्धालुओं का आना जारी है। इसी तरह दोले माता में भी श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते रहे। इस मौके पर जोड़ेंयां माता  और दोले माता के दरबार पर लंगर का बंदोबस्त किया गया है जबकि जोडेयां माता जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बसहोली जोड़ेयां माता लंगर कमेटी ने बांजल में श्रद्धालुओं के लिए लंगर व ठहरने की व्यवस्था की है ताकि आने जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या ना आए। वहीं, दूसरी ओर एसडीएम  ने बताया कि उपरोक्त मंदिरों में बिजली, पानी, सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 

   

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